उज्जैन। मप्र के उज्जैन में महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग की भस्म आरती के दौरान एक मुस्लिम युवक के फर्जी आधार कार्ड दिखा कर घुसने का मामला सामने आया है।

युवक के साथ उसकी एक हिंदू दोस्त ने भी मंदिर में एंट्री ली। जिसके बाद पुलिस ने मामले में युवक के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। गिरफ्तार युवक की पहचान केरल के मोहम्मद यूनुस मुल्ला के रूप में हुई है और वह अपनी दोस्त खुशबू यादव के साथ उज्जैन आया था। पकड़े जाने पर पुलिस में इसकी शिकायत की गई। पुलिस युवक और उसके साथ आई युवती से पूछताछ कर रही है। महाकाल पुलिस ने धारा 420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

  पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, केरल के मोहम्मद युनुस मुल्ला ने अभिषेक दुबे के नाम से भस्म आरती में बुकिंग कराई थी। वह अपनी दोस्त के साथ भस्म आरती में शामिल होने के लिए मंदिर पहुंचा। यह लोग सुबह जब भस्म आरती के लिए महाकाल मंदिर के गेट क्रमांक छह से बायोमेट्रिक्स जांच के लिए पहुंचे तो वहां अभिषेक दुबे की आधार कार्ड की आईडी से युवक का मिलान किया गया। शक्ल का मिलान नहीं होने पर उन्हें वहीं रोक लिया।

  जब जांच पड़ताल की गई तो उसके पास दूसरा आधार कार्ड भी मिला। दूसरी आईडी के फोटो से उसका चेहरा मिलने पर पता चला कि उसका नाम मोहम्मद यूनुस मुल्ला है। वह केरल का रहने वाला पाया गया। इसके बाद दोनों को वहीं रोक लिया गया और इसके बाद लोगों ने इसकी इसकी सुचना पुलिस को दी। मामले में युवक के खिलाफ धारा 420 के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। खुशबु ने युनुस को अपना भाई बताकर एंट्री दिलाई थी। युनुस खुशबू के साथ महाकाल मंदिर के नजदीक होटल में भी रुका था। वहां युनुस ने अपना ओरिजनल आधार कार्ड दिखाया था, खुशबू ने अपना। मोहम्मद यूनुस मुल्ला के अभिषेक दुबे के नाम से महाकाल मंदिर में प्रवेश की कोशिश को स्वस्तिकपीठाधीश्वर और उज्जैन अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री डॉ। अवधेशपुरी महाराज ने इस घटना से मंदिर की सुरक्षा को खतरा बताया है। साथ ही इस कोशिश को मंदिर प्रबंध समिति की सुरक्षा व्यवस्था में खामी बताया है।