भोपाल: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 17 नवंबर को होना है. ऐसे में प्रदेश में आज यानी बुधवार (15 नवंबर) को चुनाव प्रचार का शोर थम गया. इसके बाद पर्ची के बहाने प्रत्याशी घर-घर पहुंच कर चुनाव प्रचार करेंगे. क्योंकि मतदान के 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार बंद हो जाता है. हालांकि चुनाव प्रचार के लिए बिना शोर डोर-टू-डोर संपर्क किया जाता है.

वहीं चुनाव के दौरान दोनों शीर्ष पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस के अलावा अन्य पार्टी और निर्दलीय प्रत्याशियों ने जमकर प्रचार किया. कई तरह के स्लोगन के साथ मतदाताओं को रिझाने की कोशिश की गई. हालांकि, चुनाव के नतीजे आने के बाद ही पता चलेगी की किस नारे का प्रभाव मतदाओं पर पड़ा. ऐसे में आइए जानते हैं किस पार्टी के किस नेता ने कहां-कहां और कब-कब चुनाव प्रचार किया.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने जनता से संपर्क किया. इस दौरान कई वादे किए गए. चुनाव प्रचार के लिए कई बड़े नेता चुनावी मैदान में प्रचार करते दिखे. ऐसे में आइए ये जानते हैं कि विधानसभा चुनाव के लिए किस नेता ने कितने दिनों तक चुनाव प्रचार किया.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के प्रचार के अंतिम दिन पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एमपी में कई विधानसभाओं पर आम सभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने बीजेपी को इशारों ही इशारों में चेतावनी भी दे डाली. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार आने पर सभी का हिसाब किताब होगा. कमलनाथ ने कहा है कि कटनी के लोगों को गुलामी से आजादी मिलेगी. पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने प्रचार के अंतिम दिन कटनी में आमसभा को संबोधित किया. कांग्रेस प्रत्याशी नीरज सिंह बघेल के समर्थन में कमलनाथ में आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि बीजेपी की सरकार में जो अत्याचार हुआ है. उसका हिसाब किताब कांग्रेस की सरकार आने पर किया जाएगा.

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि कटनी में खनिज संपदा सहित कई संसाधन है जिससे सरकार को मोती इनकम होती है. बावजूद इसके कटनी में स्वास्थ्य व्यवस्थाएं ठप है. यहां पर मेडिकल कॉलेज भी नहीं दिया गया है. उन्होंने कांग्रेस की सरकार बनने पर संपूर्ण विकास का वादा भी किया. कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में ही कटनी को अलग जिले की पहचान दी गई थी. उस समय जबलपुर के लोगों ने इसका विरोध भी किया था मगर कांग्रेस ने अपना वादा पूरा करते हुए कटनी को जिला बनाया.

कमलनाथ ने कहा कि वर्तमान में मध्य प्रदेश के लोगों को रोजगार की आवश्यकता है. युवाओं का भविष्य अंधकार में हो रहा है. कांग्रेस की सरकार बनते ही रोजगार की दिशा बड़े कदम उठाए जाएंगे. मध्य प्रदेश में बड़ा निवेश किया जाएगा. एमपी सरकार के भ्रष्टाचार के कारण यहां निवेश नहीं आ पा रहा है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रचार के अंतिम दिन आम सभाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जब कांग्रेस की सरकार बनी थी. उस समय कमलनाथ ने 900 में से 9 घोषणाओं को भी पूरा नहीं किया था. कमलनाथ की वादाखिलाफी के कारण मध्य प्रदेश से उनकी सरकार चली गई. कमलनाथ एक बार फिर जनता से झूठा वादा कर रहे हैं.