हरियाणा के हिसार से ताल्लुक रखने वाली यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है, जिसके बाद पाकिस्तानी पत्रकार और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर हीरा बतूल उनके समर्थन में सामने आई हैं। हालांकि, हीरा ने ज्योति का नाम तो नहीं लिया, लेकिन सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए उन्होंने इस गिरफ्तारी का विरोध किया है। आइए जानते है इस खबर को विस्तार से…

ज्योति के समर्थन में आई PAK पत्रकार 

आपको बता दें कि हीरा बतूल ने सोशल मीडिया पर लिखा, “भारत ने अब अपने ही लोगों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है। भारत को ये बेवजह की कार्रवाई रोक देनी चाहिए।” उनका यह बयान भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच आया है, और यह पोस्ट इस जासूसी मामले को और भी विवादास्पद बना सकता है।

ज्योति और हीरा की दोस्ती

ज्योति मल्होत्रा, जो अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ के लिए मशहूर हैं, 2023 में पाकिस्तान यात्रा के दौरान हीरा बतूल से मिली थीं। दोनों ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को ‘बहन’ कहते हुए पोस्ट शेयर किए थे, और उन पोस्ट्स में वे अटारी-वाघा बॉर्डर और लाहौर के अनारकली बाजार जैसी जगहों पर एक साथ नजर आईं थीं। ज्योति के कुछ व्लॉग्स में हीरा भी दिखीं थीं, जिनमें वे दोनों पाकिस्तान के प्रमुख स्थानों का दौरा करते हुए दिखती हैं।

जासूसी के गंभीर आरोप

ज्योति पर जासूसी के आरोप गंभीर हैं। 34 साल की ज्योति मल्होत्रा को पिछले हफ्ते हिसार पुलिस ने गिरफ्तार किया। उन पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए संवेदनशील जानकारी साझा करने और भारत विरोधी नैरेटिव को बढ़ावा देने का आरोप है। जांच में यह भी सामने आया है कि ज्योति 2023 से पाकिस्तान हाई कमीशन के कर्मचारी एहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में थीं। दानिश को 13 मई 2025 को भारत सरकार ने जासूसी के आरोप में देश से निष्कासित कर दिया था।

जांच की दिशा

पुलिस ने ज्योति के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 152 और ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट 1923 की धाराओं 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने उनके फोन, लैपटॉप और अन्य डिवाइस को जब्त कर लिया है और फोरेंसिक जांच के लिए भेजा है। जांच एजेंसियां इस मामले में और खुलासों की उम्मीद कर रही हैं, जो इस जासूसी नेटवर्क की गहराई को उजागर कर सकता है।

विवाद का बढ़ना

हीरा बतूल की पोस्ट के बाद यह मामला और अधिक विवादास्पद हो गया है। यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है, जब भारत पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर आतंकवाद के मुद्दे पर बेनकाब करने की कोशिश कर रहा है, खासकर ऑपरेशन सिंदूर के बाद। इस स्थिति में पाकिस्तान के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने से न केवल भारत-पाकिस्तान के रिश्ते बल्कि इस मामले की गंभीरता भी बढ़ गई है। ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी और पाकिस्तानी पत्रकार हीरा बतूल का समर्थन दोनों ही घटनाएं भारत-पाकिस्तान के तनावपूर्ण रिश्तों को और अधिक उभारने का कारण बन सकती हैं। फिलहाल, जांच एजेंसियां इस मामले में गहरी पड़ताल कर रही हैं, और यह देखना होगा कि भविष्य में इस जासूसी नेटवर्क का और क्या खुलासा होता है।