इंदौर। मध्यप्रदेश के इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती एक मरीज ने फांसी लगाकर जान दे दी। एक हादसे के बाद उसे अस्पताल में भर्ती किया गया था और इलाज के दौरान उसका पैर काटना पड़ा था। इसके बाद से ही वह तनाव में रहता था। एमवाय अस्पताल में चैस्ट वार्ड में राजू पिता कल्लू को भर्ती किया गया था।

राजू देशगांव से रैफर होकर आया था। वहां उसका एक्सीडेंट हो गया था और एक पैर में गंभीर चोटें आई थी। इलाज के दौरान उसका पैर काटा दिया गया। वह ट्रक में ग्रीस लगाने का काम करता है। वह पेड़ के नीचे आराम कर रहा था। तभी रिवर्स में आ रहा ट्रक उसके पैरों में चढ़ गया था। पहले उसे खंडवा के अस्पताल ले जाया गया। वहां से इंदौर रैफर किया गया।

राजू सुबह पलंग से घिसटते हुए बाथरुम पहुंचा। वह अपने साथ ड्रेसिंग करने वाली पट्टी भी ले गया था। उसके बाथरुम में जाकर फांसी लगा ली। संयोगितागंज पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है। परिजनों ने बताया कि पैर काटे जाने के करण तनाव में था। फांसी लगाने से पहले उसने परिजनों को फोन लगाकर बात भी की थी। मृतक के परिवार में पत्नी केअलावा एक बेटा और एक बेटी है।