उज्जैन शहर में अवैध रूप से रहने वाले लोगों की खैर नहीं है. उज्जैन पुलिस व इंटेलिजेंस ब्यूरी की बैठक में तय किया गया है कि ऐसे संदिग्ध लोगों के खिलाफ तेजी से कार्रवाई होगी. इसके लिए आम जनता से भी मदद ली जाएगी. अवैध रूप से रहने वाले लोगों की जानकारी देने पर 50 हजार रु तक इनाम भी दिया जाएगा.
इंटेलिजेंस ब्यूरो के साथ उज्जैन पुलिस की विशेष बैठक
दरअसल, एसपी प्रदीप शर्मा की मौजूदगी में उज्जैन पुलिस की आई.बी. अधिकारियों के साथ एक समन्वय बैठक आयोजित हुई. बैठक में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आई.बी.) के अधिकारियों के साथ उज्जैन पुलिस के सभी एएसपी, सीएसपी, थाना प्रभारी मौजूद रहे. बैठक को लेकर एएसपी गुरु प्रसाद पाराशर ने जानकारी देते हुए कहा, ” जिले की संवेदनशीलता और धर्म नगरी के महत्व को ध्यान में रखते हुए ये बैठक आयोजित की गई थी.”
उज्जैन में बाहरी लोगों पर पुलिस की पैनी नजर
एएसपी गुरु प्रसाद पाराशर ने कहा, सिमी, पी.एफ.आई व अन्य संदिग्ध संगठनों से जुड़े लोगों, बाहरी रहवासी, बांग्लादेशी आदि संदिग्धों के दस्तावेज चेक किए जाएंगे. ई-रक्षक एप व अन्य माध्यम से फर्जी दस्तावेज़ मिलने पर कार्रवाई के निर्देश हैं. अवैध बांग्लादेशी नागरिकों की जानकारी देने पर नाम गोपनीय रखते हुए 50 हजार रु का इनाम उज्जैन के नागरिकों को दिया जाएगा.
उज्जैन में गुंडे-बदमाशों की खैर नहीं
एएसपी गुरु प्रसाद पाराशर ने आगे बताया, ” तय हुआ है कि गुंडा/बदमाशों पर दिन में एवं रात में सतत निगरानी रखी जाए. चेकिंग व गश्त के माध्यम से रैंडम चेकिंग भी हो. होटल, लॉज, ढाबा आदि की जांच हो. संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी व निरीक्षण हो. सिम कार्ड बेचने वालों पर पैनी नजर रखी जाएगी.
मीटिंग में एसपी प्रदीप शर्मा ने प्रभावी व प्रशंसनीय कार्य के लिए उज्जैन के थाना खाराकुआं प्रभारी को 10 हजार रु व थाना जीवाजीगंज प्रभारी को 11 हजार रु प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया है.