सीहोर: देश में महिलाओं के साथ होते अपराधों की बढ़ती संख्या ने सभी को परेशान कर दिया है. ना सिर्फ रात के अंधेरे में बल्कि दिनदहाड़े भी लड़कियों के साथ छेड़खानी से लेकर रेप (Rape) जैसी वारदातों को अंजाम दिया जा रहा है. पुलिस महिलाओं को सुरक्षा देने के लिए लगातार कोशिशें कर रही है लेकिन अपराधियों के बढ़ते मनोबल ने बड़ी समस्या पैदा कर दी हैं. इस बीच लड़कियां भी अपनी सुरक्षा को लेकर अब पहले के मुकाबले ज्यादा सजग हो गई हैं.

इस बीच सीहोर में हो रहे एक आयोजन में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने लड़कियों को उनकी सुरक्षा का एक ऐसा तरीका बताया है जो विवादों में आ गया. जहां आए दिन इस बात पर बहस चलती रहती है कि क्या महिलाओं का पहनावा इन अपराधों के बढ़ने का कारण है या फिर पुरुषों की बिगड़ती मानसिकता, इसके बीच पंडित प्रदीप मिश्रा ने इसका कारण महिलाओं की नाभि को ठहरा दिया है. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी नाभि ढंक लेंगी तो बच जाएंगी. इस बयान के बाद कथावाचक विवादों में आ गए हैं.

समारोह में कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि जिस तरह से तुलसी के पौधे की जड़ दिखने पर वो मर मर जाता है. उसी तरह से महिला की भी अगर नाभि दिखती है तो उसकी इज्जत चली जाती है. महिला की नाभि उसके शरीर का जड़ है. ऐसे में उसे ढंककर रखना चाहिए. अगर नाभि दिखेगी तो महिला असुरक्षित हो जाएगी और उसके साथ आपराधिक घटनाएं हो जाएगी. इसके आगे पंडित जी ने कहा कि कोई सरकार अपराध नहीं रोक सकती. इसपर सिर्फ इंसान के संस्कार ही रोक लगा सकते हैं. कथावाचक द्वारा महिलाओं के पहनावे को उनके साथ होती आपराधिक घटनाओं का जिम्मेदार बताने के कारण काफी विवाद मच गया है.