भोपाल। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को बिजली से जुड़े मसलों पर ऊर्जा विभाग के अफसरों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने खासतौर पर बिजली कटौती को लेकर मिल रही शिकायतों पर अफसरों से रिपोर्ट ली। कई जिलों में बिजली की कटौती की शिकायतें मिलने के बाद लोगों में असंतोष की जानकारी सीएम निवास तक पहुंची है।
उधर ऊर्जा विभाग से संबंधित मामलों को लेकर गठित मंत्री समूह भी पहली बैठक कर चुका है। प्रदेश में बिजली के उत्पादन, वितरण के साथ उपभोक्ताओं के बिलों को लेकर पिछले माह से शिकायतों का दौर तेज हुआ है। ऊर्जा मंत्री ने इसके लिए सख्ती कर बिजली कम्पनियों की नकेल कसी है पर अभी भी शिकायतें थम नहीं रही हैं। बुधवार को सीएम शिवराज द्वारा ली गई बैठक में इस पर चर्चा हुई। इसके साथ ही सोलर और हाइÞड्रो व थर्मल बिजली उत्पादन को लेकर भी सीएम ने जानकारी ली।
इस बैठक में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के अलावा मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री मनीष रस्तोगी, प्रमुख सचिव ऊर्जा संजय दुबे, सचिव आकाश त्रिपाठी, तीनों ही विद्युत वितरण कम्पनियों के एमडी अमित तोमर, वी किरण गोपाल और गणेश शंकर मिश्रा मौजूद रहे। इस दौरान अफसरों ने उपभोक्ताओं को सही समय पर सही बिजली बिल मिलने, गलत बिल जारी नहीं होने, आॅनलाइन बिल जनरेट किए जाने, आॅनलाइन पेमेंट, मीटर संबंधी शिकायतें, ट्रांसफार्मर संबंधी शिकायतें, विद्युत प्रदाय संबंधी शिकायतें, नवीन कनेक्शन संबंधी शिकायतों का निरीक्षण एवं निराकरण की जानकारी दी। साथ ही राजस्व को बढ़ाने के उपायों के बारे में भी बताया।
राज्य शासन द्वारा विद्युत सप्लाई और उससे जुड़े सभी अनुषांगिक मामलों पर गठित मंत्री समूह की बैठक कल हुई। शासन ने मंत्री समूह से दस जुलाई तक रिपोर्ट देने के लिए कहा था पर इसमें देरी होने के कारण रिपोर्ट अब तक सबमिट नहीं हुई है। इस मंत्री समूह में पीडब्ल्यूडी मंत्री गोपाल भार्गव, नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्र सिंह, ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सहकारिता मंत्री अरविन्द भदौरिया, नवकरणीय ऊर्जा मंत्री हरदीप सिंह डंग, उद्यानिकी मंत्री भारत सिंह कुशवाह शामिल हैं।