दमोह। मध्यप्रदेश के दमोह जिले के कुंडलपुर में लाखों लोग जिस क्षण की लंबे समय से प्रतीक्षा कर रहे थे वह 16 अप्रैल मंगलवार को तब पूर्ण हुआ जब समाधिस्थ आचार्य विद्यासागर महाराज के उत्तराधिकारी के तौर पर मुनि समय सागर महाराज ने आचार्य पद स्वीकार्य किया। 52 वर्षों के बाद आचार्य पद पदारोहण महोत्सव का आयोजन किया गया।

इस दृश्य को देखने पूरे देश से लाखों लोग पहुंचे थे। कार्यक्रम में संघ प्रमुख मोहन भागवत, मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा भी शामिल हुए। जिन्होंने पहले बड़े बाबा के दर्शन किए और उसके बाद आचार्य समय सागर महाराज का आशीर्वाद लिया। आरएसएस प्रमुख सहित सभी अतिथि समय सागर महाराज को आसन तक लेकर गए इसके बाद आगे की पदारोहण की क्रियाएं शुरू हुईं।

जबलपुर में पहली बार हुई थी आचार्य विद्यासागर जी से मुलाकात: डा भागवत

संघ प्रमुख मोहन भागवत ने आचार्य समय सागर महाराज सहित अन्य मुनियों का आशीर्वाद लिया और मंच पर पहुंचकर कार्यक्रम की पत्रिका का विमोचन किया। इस अवसर पर संघ प्रमुख ने कहा कि आचार्य विद्यासागर महाराज से मेरा परिचय पहली बार जबलपुर के ग्वारीघाट (अब गौरीघाट) पर हुआ था। अध्यात्म का मुझे बहुत ज्यादा ज्ञान तो नहीं है। आचार्यश्री के सामने जाने से पहले सोच रहा था कि क्या होगा। मेरे मन में डर था, लेकिन उनसे बातचीत करके भरपूर स्नेह मिला और भय तथा संकोच दूर हो गया।

आचार्यश्री के नाम पर रखा आयुर्वेद मेडीकल कालेज का नाम: डा मोहन यादव

मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा भी कुंडलपुर पहुंचे। उन्होंने मंचासीन आचार्य समय सागर महाराज से आशीर्वाद लिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सागर में आयुर्वेद मेडिकल कालेज बनने वाला है उसका नाम आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के नाम पर रख दिया है। अपनी जीवन काल में वह देवत्व को प्राप्त कर गए।