नई दिल्ली। देश में संक्रमण के मामले की कमी को देखते हुए देशभर में 1 जुलाई से स्कूल- कॉलेज खोले जा सकते हैं। इसके साथ दूसरे सभी शैक्षणिक संस्थान भी खोले जा सकते हैं, लेकिन अभी संस्थानों में परीक्षा, दाखिले और शोध कार्यों की ही अनुमति रहेगी। कोरोना की तीसरी लहर के आने की संभावनाओं को देखते हुए कक्षाओं के संचालन को लेकर अभी असमंजस बरकरार है। ज्यादा संभावना है कि कक्षाओं को ऑनलाइन ही खोला जाए। शिक्षा मंत्रालय इसके लिए गाइडलाइन जारी कर सकता है। कोविड़ प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्कूल- कॉलेज चरणबद्ध तरीके से फिर से खुलेंगे। लगभग सभी राज्यों में बच्चों को स्कूलों और कॉलेजों में जाने की अनुमति देने के लिए एक लिखित सहमति आवश्यक होने की उम्मीद है।

  UP सरकार ने राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा नहीं की है। UP सरकार ने कहा था कि 20 मई से सभी राज्य के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे और छात्रों के लिए Online कक्षाएं जारी रखी जाएंगी। इस बारे में प्रदेश के शिक्षा विभाग के अधिकारी पीएन सिंह ने बताया कि प्रदेश में स्कूल एक जुलाई से खुल सकते हैं, लेकिन अभी बच्चों को स्कूल नहीं बुलाया जायेगा। शिक्षकों को स्कूल बुलाया जा सकता है। शिक्षक स्कूल से Online Classes लेंगे। इसके अलावा 10 और 12वीं की बोर्ड परीक्षा के रिजल्ट के निर्धारण में ये शिक्षक अपनी भूमिका निभा सकते हैं। सरकार के आदेश पर ही स्कूल 30 जून तक के लिए बंद हैं और उनके आदेश पर ही आगे खुलेंगे।

  बिहार 1 जुलाई से ऑफलाइन कक्षाओं के लिए स्कूल खोल सकता है। बिहार बोर्ड पहले ही कक्षा 10, 12 की परीक्षा आयोजित कर चुका है और परिणाम भी घोषित कर दिया है। स्कूल- कॉलेज खोलने को लेकर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि कोरोना के मामले कम होते हैं तो राज्य सरकार और शिक्षा विभाग दोनों ही शैक्षिक संस्थान खोलने के पक्ष में है। ज्यादा स्कूल-कॉलेज बंद होने से छात्रों का नुकसान हो रहा है। 5 अप्रैल से बंद राज्य के शैक्षणिक संस्थान चरणबद्ध ढंग से खुलेंगे। पहले उच्च शिक्षा के संस्थान खोले जाएंगे। फिर उच्च माध्यमिक और उसके बाद माध्यमिक। उसके बाद मध्य विद्यालय और सबसे अंत में प्राथमिक विद्यालय खुलेंगे। शिक्षा मंत्री ने कहा कि सरकार और विभाग चाहते हैं कि हालात बेहतर रहे तो जुलाई में शैक्षणिक संस्थान खोले जाएं।  

कोरोना संक्रमण की रफ्तार में कमी आने के बाद MP के प्राइवेट स्कूलों में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू हो गई है। ऐसे में संभावना है कि एमपी में कक्षा पहली से 12वीं तक के स्कूलों को जल्द खोला जाएगा। MP के स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने कहा कि अभी स्कूलों को खोलने को लेकर स्थिति साफ नहीं है। इस संबंध में कैबिनेट का सामूहिक फैसला लिया जाएगा। दिल्ली में चल रहे कोरोना संकट के बीच स्कूल Online Mode में काम करना जारी रखेंगे।

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