बड़वानी: मध्य प्रदेश के एक स्कूल ने एक अनोखा रिकार्ड अपने नाम किया है, जहां एक तरफ 10वीं 12वीं की परीक्षाओं में विद्यार्थी टॉपर अपना और अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं. दूसरी तरफ बड़वानी जिले का एक ऐसा स्कूल है जहां 12वीं का परीक्षा परिणाम जीरो रहा. यहां 12वीं में जितने भी विद्यार्थी थे परीक्षा में वो सभी फेल हो गए. रिजल्ट जीरो आने पर विद्यार्थियों के अभिभावकों में गुस्सा देखा जा रहा है.

एक स्कूल के सभी विद्यार्थी फेल
एक तरफ जहां प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं, लेकिन इन दावों में कितनी सच्चाई है ये बड़वानी जिले के मल्फा स्कूल के 12वीं के रिजल्ट को देखकर पता लगती है. इस वर्ष यहां 12वीं की परीक्षा में सभी विद्यार्थी फेल हो गए. कुल 89 में से 85 विद्यार्थी परीक्षा केंद्र टिमला पर जाकर परीक्षा देकर आए थे जिसमें 24 अप्रैल को घोषित हुए 12वीं के परीक्षा परिणाम में सभी विद्यार्थी फेल हो गए हैं. परीक्षा परिणाम से नाराज अभिभावक स्कूल पहुंचे. उन्होंने कहा कि यहां एक भी विद्यार्थी पास नहीं हुआ जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि शिक्षा का स्तर किस तरह गिरा दिया गया है.

रिजल्ट से अभिभावकों में आक्रोश
माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश भोपाल द्वारा हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी का परीक्षा परिणाम घोषित किए गए. परीक्षा परिणाम के घोषित होने के बाद कहीं खुशी और कहीं गम देखने को मिला, लेकिन बड़वानी जिले के पानसेमल विकासखंड के अंतर्गत आने वाले ग्राम मलफा के शासकीय विद्यालय का जब रिजल्ट आया तो वह हैरान करने वाला रहा. रिजल्ट ऐसा आया कि जिसने विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके माता पिता को भी चिंता में डाल दिया. यहां पर अध्ययन करने वाला एक भी छात्र परीक्षा में पास नहीं हुआ. जिसको लेकर अभिभावक आक्रोशित नजर आ रहे हैं.

स्टाफ के खिलाफ कार्रवाई की मांग
अनियमितता की शिकायत करते हुए अभिभावकों ने स्कूल के संपूर्ण स्टाफ के विरुद्ध कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा है कि यहां सुविधाओं के नाम पर उच्चतर विद्यालय का नया भवन भी बनकर तैयार है लेकिन फिर भी रिजल्ट जीरो आया है. परिजनों का कहना है कि विद्यालय में पढ़ाई होती ही नहीं है. परीक्षा केंद्र में इस साल सख्ती की गई थी तो नकल नहीं हो सकी. इसलिए कोई भी विद्यार्थी 12वीं की परीक्षा पास नहीं कर सका.

एक-एक बच्चे से ली जा रही है जानकारी
स्कूल के प्रभारी प्राचार्य आलोक सिसोदिया ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि स्कूल का रिजल्ट खराब आया है यह सच बात है लेकिन इसका त्वरित कारण उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि ऐसा क्यों हुआ. उन्होंने कहा कि इस साल ही स्कूल का रिजल्ट खराब हुआ है. लेकिन यदि आप पिछले वर्ष का परिणाम देखें तो इस स्कूल से 2 बच्चे एमबीबीएस के लिए सिलेक्ट हुए हैं. वहीं, अब रिजल्ट खराब आने पर वो एक-एक बच्चे के साथ बैठकर जानकारी ले रहे हूं कि आखिर वह परीक्षा में फेल क्यों हुए इस बात की समीक्षा की जा रही है.