राजगढ़: राजगढ़ लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अंग्रेजों की तरह जनता के बीच फूट डालकर शासन करने का आरोप लगाया है. कांग्रेस ने इस हमले पर जवाब देते हुए कहा है कि 4 जून को पता चल जाएगा कि जनता किस नाराज है?

पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने राजगढ़ लोकसभा सीट पर बीजेपी प्रत्याशी रोडमल नागर के लिए जनता से वोट मांगे. उन्होंने इस दौरान आम सभा को भी संबोधित किया. पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आम सभा को संबोधित करते हुए कहा कि दिग्विजय सिंह और वे खुद दोनों ही पूर्व मुख्यमंत्री हैं, लेकिन दोनों में फर्क है.

दिग्विजय सिंह वे 10 साल में विकास नहीं किया- शिवराज सिंह चौहान
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा, ‘भारतीय जनता पार्टी की सरकर जनता का विकास कर वोट मांगती है जबकि दिग्विजय सिंह विकास नहीं बल्कि मैनेजमेंट से चुनाव लड़ने वाले नेता हैं. उनके पास मध्य प्रदेश में 10 साल का मुख्यमंत्री का दायित्व था मगर उन्होंने विकास नहीं किया.’

शिवराज सिंह ने आरोप लगाया, ‘दिग्विजय सिंह ने जनता को आपस में लड़ाकर शासन करने की मंशा रखी. जिस प्रकार से अंग्रेज फूट डाल कर शासन करते थे, उसी तरीके से दिग्वजय सिंह की भी कार्यशैली रही है. उन्होंने अपने कार्यकाल में जनता के बीच जमीन के पट्टे बाटकर किसानों को आपस में लड़ाया है.’

‘4 जून को पता चल जाएगा’- कांग्रेस
मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता मुकेश नायक के मुताबिक, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सारे आरोप गलत है. पहले तो उन्हें खुद इस बात को सोचना चाहिए कि भाजपा ने उन्हें मुख्यमंत्री क्यों नहीं बनाया? नायक ने यह भी कहा कि 4 जून को लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आ जाएंगे. राजगढ़ सहित कई सीटों पर मध्य प्रदेश में कांग्रेस प्रत्याशी नहीं बल्कि जनता चुनाव लड़ रही है. अब जनता ही इस बात का फैसला कर देगी कि कौन सही है और कौन गलत?