नई दिल्ली, तिहाड़ जेल में बंद श्रद्धा हत्याकांड के आरोपी आफताब पूनावाला ने अपने परिवार से मिलने से इनकार कर दिया है। आफताब ने इसी साल मई में अपनी लिव इन पार्टनर श्रद्धा वालकर की बेहरमी से हत्या कर उसकी लाश के 35 टुकड़े कर दिए थे। जेल अधिकारियों ने कहा कि आरोपी ने अपने परिवार के सदस्यों से मिलने से मना कर दिया है। जेल अधिकारियों ने कहा कि पूनावाला का व्यवहार हैरान करने वाला है क्योंकि वह फोन पर भी अपने परिवार से बात नहीं करता है। उसने जमानत अर्जी वापस ले ली है जो उसके वकील ने पिछले हफ्ते शहर की एक अदालत में दायर की थी। एक अधिकारी के मुताबिक वह केवल अपने वकील से बात करता है। जेल अधिकारियों ने कहा कि हालांकि पूनावाला आम तौर पर अपने आप में रहता है, उसने कथित तौर पर अपने सेल के साथियों से कहा है कि वह इस सप्ताह के अंत में किसी से मिलने की उम्मीद कर रहा है। हालांकि उसने अभी तक जेल अधीक्षक को किसी का नाम नहीं सौंपा है।
बहुत कम बात करता है आफताब
पूनावाला को दो कैदियों के साथ एक सेल में रखा गया है। दोनों कैदी उसपर नजर रखते हैं। वहीं सीसीटीवी के जरिए भी उसपर 24 घंटे नजर रखी जा रही है। अधिकारियों के मुताबिक वह अपने साथी कैदियों से बहुत कम बात करता है। वह अपने सेल में पढ़ने में समय बिताता है। हमारे अधीक्षक ने उन्हें मुलाकात और फोन उपयोग के नियमों के बारे में जानकारी दी। लेकिन उसने कहा कि वह किसी से मिलना या बात नहीं करना चाहता है।
जमानत याचिका पर फैसला 22 दिसंबर को
आफताब ने शनिवार को दिल्ली की अदालत को सूचित किया कि उसने ‘वकालतनामा’ पर हस्ताक्षर किए थे, लेकिन उसे जानकारी नहीं थी कि उसकी ओर से जमानत याचिका दायर की जाएगी। आफताब अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वृंदा कुमारी की अदालत के समक्ष वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेश हुआ था। न्यायाधीश द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह जमानत याचिका वापस लेना चाहता है, पूनावाला ने कहा, ‘‘मैं चाहता हूं कि वकील मुझसे बात करें और फिर उसने जमानत याचिका वापस ले ली।’’ न्यायाधीश ने कहा कि जमानत याचिका लंबित रहेगी और जब आरोपी वकील से मिल लेगा, तभी यह फैसला होगा कि जमानत याचिका पेश की जाएगी या नहीं। अदालत ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 22 दिसंबर की तारीख तय की है।
