नई दिल्ली: आतंकवाद के खिलाफ भारतीय सेना (Indian Army) के ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब गृह मंत्रालय (MHA) के निर्देश पर आज देशभर में एक व्यापक मॉक ड्रिल आयोजित (Mock drill conducted) की जा रही है. इस अभ्यास का उद्देश्य युद्ध जैसे हालात और दुश्मन के हवाई हमलों के वक्त तैयारियों को परखना और आम जनता को जागरूक करना है.
दिल्ली के खान मार्केट में बुधवार को एक मॉक ड्रिल की गई, जिसमें सुरक्षाबलों और आपदा प्रबंधन से जुड़े विभागों ने भाग लिया. नई दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में भी शाम को मॉक ड्रिल की जाएगी. इसी प्रकार, बेंगलुरु के हलसूरु झील, जयपुर के एमआई रोड, पुणे के काउंसिल हॉल और हैदराबाद के काचेगुड़ा रेलवे स्टेशन पर भी मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. पंजाब के अमृतसर में पुलिस और सिविल डिफेंस टीमों ने मिलकर यह अभ्यास किया. वहीं मुंबई में क्रॉस मैदान और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) पर मॉक ड्रिल के जरिए हमले से निपटने की तैयारी का प्रदर्शन किया गया.
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (CPRO) डॉ. स्वप्निल निला ने जानकारी दी कि सिविल डिफेंस यूनिट की ओर से CSMT पर मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया. इस दौरान रेलवे की तत्परता का प्रदर्शन किया गया और आम जनता को सतर्क रहने का संदेश दिया गया. मुंबई के अलावा कल्याण में भी मॉक ड्रिल की गई और नागरिकों को बिल्डिंग से बाहर निकाला गया. हरियाणा में ‘ऑपरेशन अभ्यास’ नाम से राज्यव्यापी मॉक ड्रिल की गई, जिसमें ब्लैकआउट अभ्यास और आम नागरिकों की भागीदारी भी शामिल रही.
भारतीय सेना ने मंगलवार की रात पाकिस्तान और PoK स्थित 9 आतंकी ठिकानों को एयरस्ट्राइक कर तबाह कर दिया है. तीनों सेना की इस संयुक्त कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है. भारतीय जांबाजों ने पाकिस्तान में दाखिल हुए बिना 100 किमी अंदर स्थित बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय को बमबारी करके उड़ा दिया है. इसके अलावा पाकिस्तान में बने कुल चार और पीओके में स्थित पांच आतंकी ठिकानों को टारगेट किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना के मिराज-2000 और सुखोई-30MKI जैसे एडवांस फाइटर जेट्स ने बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद में बने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया. ये इलाके लंबे वक्त से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते रहे हैं. इसके अलावा स्कैल्प क्रूज मिसाइल और हैमर मिसाइलों से लैस भारतीय वायुसेना (IAF) के राफेल लड़ाकू विमानों ने भी इस ऑपरेशन में अपना शौर्य दिखाया है. राफेल में फिट होने वाले ये ऐसे दो ताकतवर हथियार हैं, जिनसे टारगेट पर सटीक हमला किया जा सकता है.
इसके अलावा वायुसेना ने ऑपरेशन को अंजाम देने के लिए HAROP ड्रोन जैसे स्टैंड-ऑफ वैपन का इस्तेमाल किया. साथ ही राफेल ने टारगेट को हिट करने के लिए स्कैल्प क्रूज मिसाइल के अलावा डीप पेनेट्रेशन स्पाइस 2000 मिसाइल का इस्तेमाल किया है. भारतीय सेना की ओर से भी ऑपरेशन में हथियारों और प्लेटफार्मों के अलावा ड्रोन और यूसीएवी के जरिए मदद पहुंचाई गई है. इंडियन नेवी भी इस पूरे ऑपरेशन में शामिल रही और समुद्री एक्शन में अहम भूमिका निभाई है.