अमरकंटक, शांत शीतल समृद्धि की त्रिवेणी अमरकंटक के शैल शिखर पर जैन धर्मावलंबियों के पंचकल्याणक महामहोत्सव की धर्मधारा बह रही है. जगत्पूज्य संत शिरोमणि आचार्य विद्यासागर महाराज के ससंघ सानिध्य में जिनबिंब प्रतिष्ठा पंचकल्याणक गजरथ महोत्सव में पूरे देश से जैन और अजैन सभी श्रद्धालु बड़ी संख्या में अमरकंटक आ रहे हैं.

सर्वोदय तीर्थ पंचकल्याणक महोत्सव समिति अमरकंटक के प्रचार प्रमुख वेदचन्द जैन ने बताया कि सूरज की पहली किरण के साथ बालब्रह्मचारी प्रतिष्ठाचार्य विनय भैया का स्वर परे वातावरण की पवित्रता को बढ़ाने लगता है. श्रद्धालु तन मन को शुद्ध कर पीले परिधान में भक्तिभाव में डूब जाते हैं. ज्ञानकल्याणक द्वितीय दिवसीय कार्य पूजनपाठ के साथ आरंभ हुआ. आज की प्रथम शांतिधारा करने का सौभाग्य दान के माध्यम से अमित जैन परिवार तीर्थंकर महावीर विश्वविद्यालय सहारनपुर ने प्राप्त किया. पंचकल्याणक महोत्सव के इंद्र सिंघई प्रमोद जैन सहित प्रमुख पात्रों द्वारा संसार में शांति की भावना से हवन किया गया.

गत वर्षों में भारत के जैन तीर्थ के जिनालयों में सहस्रकूट जिनालय भी निर्मित स्थापित किये जा रहे हैं.अनेक जिन तीर्थों में सहस्रकूट की प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा तो हो गई है मगर सहस्रकूट की बेदियों स्थापित करना शेष है.भारत में अमरकंटक की पावनधरा पर नवीन जिनालय के सम्मुख निर्मित भव्य सहस्रकूट प्रथम है जहां प्रतिमाओं की प्रतिष्ठा के साथ सहस्रकूट जिनालय की वेदियों पर ये जिन प्रतिमाएं स्थापित सुशोभित हो रही हैं.

अपरान्ह में ग्यारह मंजिल ऊंचे सहस्रकूट जिनालय में एक हजार से अधिक प्रतिष्ठित जिन प्रतिमायें वेदियों में स्थापित हुईं.ऊपर की मंजिलों में जिन प्रतिमाओं को वेदियों तक पहुंचाने के लिये नवीन विशाल क्रेन का उपयोग बहुत सावधानी से किया गया. ये पूरा दृश्य बहुत मनोहारी था.

प्रचार प्रमुख वेदचन्द जैन ने बताया कि जैन समाज द्वारा संचालित विभिन्न गौशाला केन्द्रों के संचालकों पदाधिकारियों का गौपालन के लिये उनके सेवा और समर्पण के लिये सम्मान और अभिनंदन किया गया.गौशालाओं के संचालकों ने आय व्यय का विवरण बताते हुये अब तक किये कार्यों की जानकारी सामने रखी व अपने आगामी योजनाओं को बताया.साथ ही दानदाताओं का आभार और उनके सहयोग की भी जानकारी दी.विभिन्न गौशालाओं को दान दाताओं द्वारा प्रदत्त ट्रेक्टरों ट्रालियां दी गयीं.

मुख्य कार्यालय के कक्ष में सर्वोदय तीर्थ अमरकंटक के आरंभ से अबतक के विकासक्रम के चित्रों की एक गैलरी लगाई गई, बुढ़ार के वरिष्ठ नागरिक व सर्वोदय तीर्थ के विकास में उपयोगी भूमिका निभाने वाले इंजीनियर निर्मल चंद जैन व परिवार द्वारा लगाई गैलरी का शुभारंभ दुर्ग के पमुख उद्योगपति सुरेश जैन जय आइल मिल व डिंडौरी के प्रमु व्यवसायी इंजीनियर सुगम चंद जैन ने किया.