भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन के लिए महाअभियान शुरू होने के दो दिन पहले आज मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राज्य में अक्टूबर माह तक अधिक से अधिक नागरिकों को कोरोना टीका (वैक्सीनेशन) लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। चौहान ने सोशल मीडिया के माध्यम से राज्य की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि 21 जून से राज्य में वैक्सीनेशन महाअभियान शुरू होगा। उस दिन राज्य में लगभग सात हजार केंद्रों पर 10 लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। आगे भी कोशिश रहेगी कि इसी तरह वैक्सीन लगाए जाएं और आगामी अक्टूबर माह तक राज्य में अधिक से अधिक नागरिकों को कोरोना से बचने का टीका लग जाए।
चौहान ने राज्य में प्रत्येक नागरिक से इस ‘पवित्र कार्य’ में पूर्ण सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि वे स्वयं भी वैक्सीन लगवाएं और दूसरों के लिए प्रेरक का कार्य करें। अर्थात प्रत्येक नागरिक अपने परिजनों, रिश्तेदारों, मित्रों और अन्य लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी तरफ से प्रत्येक कोशिश कर रही है कि सभी नागरिकों का वैक्सीनेशन हो जाए, लेकिन यह कार्य समाज और नागरिकों के सहयोग के बगैर संभव नहीं है। चौहान ने कहा कि तीसरी लहर से बचने का सबसे प्रभावी उपाय वैक्सीन ही है। वैक्सीन लगने पर संबंधित व्यक्ति कोरोना संक्रमण का शिकार ही नहीं होगा और यदि वह हो गया, तो कोरोना वायरस उसे ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में दूसरी लहर में हमने बहुत कुछ खोया है और अब हम इस तरह की तकलीफें फिर से देखना नहीं चाहते हैं। इसलिए सभी नागरिक ‘कोरोना एप्रोप्रिएट बिहेवियर’ यानी मॉस्क लगाने, सोशल डिस्टेसिंग का पालन करने और अन्य उपायों को अपनाने में लापरवाही नहीं बरतें। राज्य की आबादी सवा सात करोड़ से अधिक है और अब तक लगभग डेढ़ करोड़ डोज नागरिकों को दिए गए हैं। वहीं अब दूसरी लहर लगभग पूरी तरह काबू में आ गयी है। लेकिन जिस तरह से बाजारों में भीड़ दिखायी देने लगी है, उससे तीसरी लहर की आशंका से इंकार नहीं किया जा रहा है।