भोपाल। तकनीकी शिक्षा विभाग ने इंजीनियरिंग सहित सभी कोर्स में प्रवेश देने के लिए दो राउंड की कॉलेज लेवल काउंसलिंग कराई थी। इसमें करीब 700 प्रवेश फर्जी होने का मंशा जताई जा रही है। इसलिए विभाग ने विद्याथियों को मूल दस्तावेजों के साथ तलब किया है। कॉलेजों को दस्तावेजों को सत्यापित करने के लिए 14 दिसंबर तक का समय दिया गया है।

दो राउंड की काउंसलिंग के बाद विभाग ने कॉलेजों को दो चरणों में सीएलसी कर सीटें भरने का मौका दिया था। इसमें कालेजों ने करीब दस हजार विद्याथियों के प्रवेश कराए थे। पहले चरण की काउंसलिंग में ज्यादा प्रवेश नहीं हुऐ, लेकिन दूसरे राउंड की काउंसलिंग में एमबीए में करीब पांच हजार प्रवेश हुए थे। इसी दौरान ऐसे विद्यार्थियों के प्रवेश भी कॉलेजों ने कर लिए, जिनके पास प्रवेश की पात्रता तक नहीं थी, उन्होंने प्रवेश लेने के लिए फर्जी दस्तावेजों का सहारा लिया है। क्योंकि प्रथम चरण की काउंसलिंग में करीब 150 विद्यार्थी सत्यापन करना नहीं पहुंचे थे। इसके अलावा दूसरे राउंड की सीएलसी में करीब 450 विद्यार्थी और सामने आए हैं। अब विभाग ने 700 विद्यार्थियों को मूल दस्तावेजों के साथ तलब किया है।

सेल्फी से भी होगा मिलान, 14 तक का ही समय
700 विद्यार्थियों को अपने दस्तावेजों का सत्यापन कराने के लिए 14 दिंसबर तक का समय दिया गया है। उन्हें भोपाल के महिला पॉलीटेक्निक में अपने दस्तावेज सत्यापित करना है। इस दौरान सीएलसी के दौरान सेल्फी क्लिक से विद्यार्थियों का मिलान भी कराया जाएगा। विभाग ने सीएलसी में प्रवेश लेने के लिए सेल्फी अनिवार्य की थी। दस्तावेज सत्यापित होने के बाद सेल्फी से मिलान नहीं होने की दशा में विद्यार्थी का प्रवेश निरस्त किया जाएगा।

सबसे ज्यादा एमबीए में
अटके सत्यापन: विभाग ने आठ कोर्स में विद्यार्थियों के प्रवेश पर संशय दिखाया है। इसमें इंजीनियरिंग डिग्री एवं डिप्लोमा, इंटीग्रेटेड एमबीए, एमआर्क, एमबीए, एमसीए, एमटेक और एमई शामिल हैं। सबसे ज्यादा 570 एमबीए में विद्यार्थियों को दस्तावेजों के साथ तलब किया गया है। क्योंकि सीएलसी में सबसे ज्यादा प्रवेश भी एमबीए में हुए थे। इसके अलावा बीटेक और एमटेक में 40 विद्यार्थियों का ही सत्यापन होना है।