पन्ना । मध्यप्रदेश के पन्ना जिले लोकायुक्त पुलिस सागर ने सोमवार को रैपुरा तहसीलदार चंद्रमणि सोनी को 3000 रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। तहसीलदार ने एक परिवार की पैतृक जमीन से कब्जा हटवाने के लिए 9 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी।
दमोह जिले से जुडा है मामला

मामला दमोह जिले के कल्याण सिंह लोधी और उनकी पत्नी द्रौपदी बाई से जुड़ा है। द्रौपदी बाई की पैतृक जमीन पन्ना जिले के रैपुरा तहसील के पिपरिया कला गांव में है। इस जमीन पर उनके रिश्तेदारों ने कब्जा कर रखा था। कब्जा हटवाने के लिए 26 दिसंबर 2024 को तहसीलदार की अदालत में धारा 250 भू राजस्व संहिता के तहत वाद दायर किया गया था।
कल्याण सिंह लोधी, निवासी ग्राम कुम्हारी, तहसील पटेरा, जिला दमोह, ने शिकायत की थी कि उनकी पत्नी के नाम पिपरियाकलां स्थित भूमि पर अतिक्रमण हटवाने के लिए तहसीलदार ने ₹9,000 की रिश्वत की मांग की थी। आरोप है कि इस राशि में से ₹4,000 पहले ही उनके निजी चालक के माध्यम से वसूल लिए गए थे, लेकिन फिर भी आदेश पारित नहीं किया गया।
थक-हारकर कल्याण सिंह ने लोकायुक्त सागर कार्यालय में शिकायत दर्ज कराई। प्रकरण की जांच निरीक्षक रोशनी जैन द्वारा की गई, जिसमें आरोप प्रथम दृष्टया सही पाए गए। सत्यापन के दौरान तहसीलदार ₹3,000 रिश्वत लेने को राज़ी हो गए।
सरकारी आवास पर पकड़ा गया तहसीलदार
आज 9 जून 2025 को सागर लोकायुक्त टीम द्वारा रैपुरा स्थित उनके शासकीय आवास पर दबिश दी गई, जहाँ आरोपी को रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया गया।इस ट्रैप कार्यवाही का नेतृत्व निरीक्षक श्रीमती रोशनी जैन ने किया, जिनके साथ टीम में निरीक्षक अभिषेक वर्मा, निरीक्षक के.पी.एस. बेन सहित अन्य लोकायुक्त स्टाफ शामिल रहे।
बताया जा रहा है कि भूमि अतिक्रमण से संबंधित यह प्रकरण 26 दिसंबर 2024 को द्रौपदी बाई द्वारा राजस्व न्यायालय में धारा 250 भू-राजस्व संहिता 1959 के अंतर्गत दायर किया गया था।