जबलपुर। जबलपुर आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने बालाघाट जिले के लालबर्रा में कार्रवाई करते हुए तहसीलदार के रीडर को 35 हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।आरोपी रीडर का नाम पेमेंद्र हरिनखेड़े है। जो सहायक ग्रेड-3 के पद पर पदस्थ है। ईओडब्ल्यू ने रिश्वत लेते हुए तहसीलदार के रीडर को उसके घर से ही रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

   देवेन्द्र प्रताप सिंह ईओडब्ल्यू एसपी ने बताया कि बालाघाट विवेकानंद कॉलोनी निवासी अरुण जेठवा की लालबर्रा में फैक्ट्री की जमीन है। जिसमें और भागीदार थे। जो अब अलग हो चुके है। अरुण जेठवा ने तहसील कार्यालय में फैक्ट्री की जमीन के खसरे से सभी भागीदारों के नाम अलग करने हेतु आवेदन दिया था। जिस पर से तहसीलदार राम बाबू देवांगन के रीडर ने उनसे 50 हजार रुपए रिश्वत की मांग की। बाद में सौदा 40 हजार रूपए में तय हुआ।जिसकी पहली किस्त पाँच हजार रु की 15 जून को अरुण जेठवा ने तहसीलदार के रीडर को दे दी। रिश्वत मांगे जाने की शिकायत अरुण जेटवा ने  की।

 फैक्ट्री मालिक को घर में बुलाया था

40 हजार रुपए में सौदा तय होने के बाद रिश्वत की अंतिम क़िस्त जो कि 35 हजार रुपए की थी। उसे पाने के लिए तहसीलदार के रीडर पेमेंद्र हरिनखेड़े ने अरुण जेठवा को अपने घर बुलाया। जैसे ही रिश्वत के 35 हजार रुपए आरोपी रीडर नें लिए तभी आर्थिक अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने उन्हें रँगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।