भोपाल । प्रदेश के 9 सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीटी स्कैन (कंप्यूटराइज्ड टोमोग्राफी स्कैन) और एमआरआई (मैग्नेटिक रेसोनेंस इमेजिंग स्कैन) की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए बीते डेढ़ साल से कवायद चल रही थी। दिसंबर 2020 में इसका टेंडर टेलीवास्को कंपनी को मिला था। करीब एक साल की जद्दोजहद के बाद सीटी स्कैन, एमआरआई मशीनें लगाने वाला टेंडर कैंसिल कर दिया गया है। वास्को टेलीरेडियोलॉजी कंपनी द्वारा समय पर मशीनें न लगाने पर चिकित्सा शिक्षा संचालनालय ने ये आदेश जारी किया है। अब नए सिरे से टेंडर बुलाए जाएंगे। इस प्रक्रिया से फिर सीटी, एमआरआई की सुविधा शुरू होने में देर लगेगी।

इन मेड़िकल कॉलेजों में लगनी थी सीटी स्कैन मशीनें

चिकित्सा शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार मेडिकल कॉलेजों में 128 स्लाइस (विथ 64 रो ऑफ डिटेक्टर) वाली सीटी स्कैन मशीनें लगाई जानी थीं। विदिशा, जबलपुर, शहडोल, इंदौर, खंडवा, रतलाम, सागर, दतिया और शिवपुरी के सरकारी मेडिकल कॉलेजों में सीटी स्कैन मशीनें लगनी थी।

यहां लगनी थी 1.5 टेस्ला एमआरआई

विदिशा, शहडोल, खंडवा, रतलाम, सागर, दतिया और शिवपुरी मेडिकल कॉलेज।

इन मेड़िकल कॉलेज में लगनी थी 3 टेस्ला एमआरआई मशीनें

नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर, एमवायएच मेडिकल कॉलेज इंदौर।