मंदसौर। मध्य प्रदेश के मंदसौर में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया. रुणिजा रोड पर खेलते हुए तीन साल के मासूम आयुष पर आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया और उसे नोंच-नोंच कर मार डाला।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, सुबह करीब 10 बजे तीन बच्चे कन्हैया दास बैरागी के घर के बाहर खेल रहे थे, तभी सामने से आते हुए आवारा कुत्तों के झुंड ने उन पर हमला कर दिया। दो बच्चे किसी तरह भाग निकले, लेकिन आयुष कुत्तों की चपेट में आ गया. कुत्तों ने उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया. स्थानीय लोग तुरंत उसे सुवासरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

आयुष अपनी मां के साथ पिछले छह महीने से अपने मामा संदीप बैरागी के घर पर रह रहा था. बच्चे के शव का पोस्टमार्टम डॉक्टर स्नेहिल जैन द्वारा किया गया और फिर शव परिजनों को सौंप दिया गया।

इस हृदयविदारक घटना के बाद स्थानीय लोगों में भारी गुस्सा है. लोगों ने बताया कि गणेश मगरा क्षेत्र और उसके आसपास आवारा कुत्तों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. ये कुत्ते अक्सर मवेशियों और आमजन पर भी हमला करते हैं. नगरवासी कई बार नगर परिषद को इस गंभीर समस्या से अवगत करा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गौतम सिंह सोलंकी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन द्वारा नगर परिषद को बार-बार सतर्क किया गया है. साथ ही उन्होंने पशु प्रेमियों से भी अपील की कि जब नगर परिषद की टीम कुत्ते पकड़ने जाती है तो विरोध न करें, क्योंकि ऐसी घटनाएं रोकने के लिए वैक्सीनेशन और नियंत्रण जरूरी है।