भोपाल: मध्य प्रदेश में इन दिनों दिन रात विकास का काम चल रहा है. रोड से लेकर रेल तक हर तरफ निर्माण कार्य शुरू चल रहा है. इन सबके बीच मध्य प्रदेश में एक नए जिले की मांग उठने लगी है. इसको लेकर शहपुरा जिला बनाओं संघर्ष समिति की ओर से मांग की गई है. वहीं प्रशासन की तरफ से इसको लेकर राजस्व विभाग से डिटेल मांगा गया है. शहपुरा ज्ञापन समिति द्वारा डिंडौरी जिले की तहसील शहपुरा को जिला बनाने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. इसको लेकर समिति द्वारा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, सांसद, विधायक को ज्ञापन व पत्राचार सौंपा जा चुका है.
वर्तमान में शहपुरा को जिला बनाने को लेकर आंदोलन तेज हो गया है. शहपुरा जिला बनाओं संघर्ष समिति की मांगों का वहां के स्थानीय विधायक ओमप्रकाश धुर्वे ने भी समर्थन किया है. हालांकि, अभी इसको लेकर कोई ठोस पहल नहीं हुआ है. शहपुरा जिला बनाओं संघर्ष समिति के अध्यक्ष भीमशंकर साहू ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि 1977 से क्षेत्र की जनता जिला बनाने की मांग कर रही है. पूर्व विधायक स्व. गंगा बाई उरैती ने 1994 में शासन और जिला पुनर्गठन आयोग को प्रस्ताव भेजा था. लेकिन अब तक सरकार की तरफ से सिर्फ आश्वासन मिला है.
बता दें कि मंडला जिले के टाइम से और डिंडोरी जिला बनने के पहले से शहपुरा को जिला बनाने की मांग लगातार हो रही है. समिति की तरफ से शहपुरा, निवास, मेहदवानी, विक्रमपुर, चौरई और रहठ विधानसभा क्षेत्र को मिलाकर नया जिला बनाने की मांग की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, हाल ही में प्रशासन की तरफ से शहपुरा को जिला बनाने के लिए राजस्व विभाग से डिटेल मांगी गई है. इसमें डिंडोरी, शहपुरा और मेहदवानी विकासखंड को शामिल किया जाना प्रस्तावित है.
बता दें कि शहपुरा और निवास दोनों में किसी एक को जिला बनाया जा सकता है. इसको लेकर स्थानीय लोगों की मानें तो शहपुरा हर दृष्टि से जिला बनने योग्य है. चाहे वो भौगोलिक हो या फिर राजनीतिक हर दृष्टि से शहपुरा जिला बनने योग्य है ना की निवास. शहपुरा जिला बनने पर इसमें शामिल होने के लिए मरिया जिले के कुछ गांव , मंडला, जबलपुर, डिंडौरी जिले के कई गांव शामिल होने के इच्छुक हैं. इन लोगों को कहना है कि हपुरा को जल्द से जल्द जिला घोषित किया जाए.