सीधी। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में डीजे बजाने पर गुस्साने वाले थाना प्रभारी पर कार्यवाही की गई है। यह एक्शन तब लिया गया, जब थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा का गाली-गलौज करते हुए धमकाने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। रीवा रेंज के डीआईजी ने थाना प्रभारी को सबक सिखाते हुए एक साल का वेतन रोक दिया है। इसके साथ ही सीधी पुलिस अधीक्षक ने लाइन अटैच भी कर दिया है।

पूरा मामला सीधी जिले के चुरहट थाना क्षेत्र के मिश्रीगांव का है। यहां 31 दिसंबर को सिंचाई विभाग में पदस्थ कर्मचारी गणपति पटेल सेवानिवृत हुए थे, जिनकी बिदाई का जश्न मनाते हुए परिवार और मोहल्ले के लोग डीजे बजाते हुए नाचते-गाते निकल रहे थे। पुलिस क्वाटर के सामने से जब डीजे निकल रहा था, तभी टीआई पुष्पेंद्र मिश्रा को गुस्सा आ गया और आग बबूला हो गए।

इस दौरान उन्होंने लोगों के साथ काफी अभद्रता और गाली गलौज भी की। टीआई ने गणपति पटेल के बेटों के बाल पकड़कर गाड़ियों में जबरन बैठाया और कई लोगों पर मामला भी दर्ज कर दिया। इस दौरान सेवानिवृत कर्मचारी उनके सामने हांथ जोड़कर माफी भी मांगते रहे, लेकिन थाना प्रभारी को कोई तरस नहीं आया। वो लगातार गाली गलौज करते रहे और अपना पुलिस होने का रौब भी दिखाते रहे।

इस पूरी घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ। वीडियो सामने आने के बाद पुलिस की काफी किरकिरी हुई और लोगों ने सोशल मीडिया पर खाकी वर्दी पर तरह-तरह के आरोप लगाने शुरू कर दिए। इस मामले के सामने आने के बाद कार्यवाही को लेकर अधिवक्ताओं संघ सहित अन्य संगठनों ने रीवा रेंज के डीआईजी को ज्ञापन सौंपा था। पुलिस के आला अधिकारियों ने मामले को गंभीरता से लेते हुए थाना प्रभारी को लाइन अटैच करते हुए, एक साल की वेतन वृद्धि भी रोक दी है।

इस पूरे मामले को लेकर रीवा रेंज के डीआईजी साकेत प्रकाश पांडेय ने कहा की वीडियो देखने पर निश्चित तौर पर आपत्तिजनक लगा। टीआई का मर्यादित व्यवहार नहीं रहा। थाना प्रभारी के अमर्यादित व्यवहार के चलते एक साल वेतन वृद्धि रोक दी गई है और थाना प्रभारी को लाइन अटैच कर दिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है, जो भी तथ्य सामने आयेगे उसके आधार पर उचित कार्यवाही की जाएगी।