इंदौर। शहर के शासकीय पशु चिकित्सालय और निजी पशु चिकित्सकों के पास इन दिनों श्वानपालक अपने श्वानों में उल्टी और खून के दस्त की शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। हर दिन शासकीय चिकित्सालय में इस तरह के 25 से 30 केस देखने को मिल रहे हैं।
उल्टी और खून के दस्त की शिकायत वायरल के कारण है और उन श्वानों में ज्यादा देखी जा रही है, जिन्हें टीके नहीं लगे हैं। शिकायत लेकर आने वाले श्वानपालकों का कहना है कि उनके श्वान लगातार उल्टियां कर रहे हैं और खून के दस्त का शिकार हैं। चिकित्सालयों में इस वायरल के शिकार श्वानों को बोतल (सलाइन) चढ़ाई जा रही है, जिसके बाद उन्हें ठीक होने में 6 से 7 दिन का समय लग रहा है।
श्वानपालक अपने पालतुओं को लगवाएं टीके
शासकीय पशु चिकित्सालय के चिकित्सकों का कहना है कि श्वानपालकों को टीके लगवाने की हिदायत दी जा रही हैं, ताकि वायरल न फैले, अन्यथा आसपास के अन्य श्वान को भी इससे खतरा हो सकता है। कई बार सभी टीके समय से लगाने में कई श्वानपालक लापरवाही बरतते हैं, जिससे ऐसी स्थिति निर्मित हो जाती है।