भोपाल। मुठभेड़ के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार सुबह उच्च अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। इसमें गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव, एसीएस (गृह), डीजीपी और एडीजी इंटेलीजेंस शामिल हुए। राज्य सरकार ने तीनों पुलिसकर्मियों को बलिदानी का दर्जा देते हुए उनके स्वजन को एक-एक करोड़ रुपये की सहायता व एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की घोषणा की है। घटनास्थल पर देरी से पहुंचने पर ग्वालियर रेंज के आइजी अनिल शर्मा को हटा दिया गया है। सीएम ने कहा कि हम अपराधियों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई करेंगे, जो इतिहास में उदाहरण बनेगी।
वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह से पूछा-अपराधियों से उनका क्या संबंध
गुना जिले में शिकारियों-पुलिसकर्मियों में हुई मुठभेड़ की भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने निंदा की है। उन्होंने कहा कि घटना के आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर निशाना साधते हुए उनसे पूछा है कि घटना में लिप्त अपराधियों से उनके क्या संबंध हैं? शर्मा ने कहा कि घटना में मारा गया आरोपित नौशाद राघौगढ़ का है। किले से सटे बिधौलिया गांव में बड़ी संख्या में हथियार मिले हैं। ये किसके संरक्षण में आए हैं? इसकी भी जांच होनी चाहिए। शर्मा ने इस घटना में तीन पुलिस कर्मियों के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार और संगठन बलिदानी परिवारों के साथ खड़े हैं। शर्मा ने कहा कि स्थानीय लोगों का आरोप है कि राघौगढ़ किले और दिग्विजय सिंह से जुड़े लोग हैं।
दोषी का सख्त सजा दें : दिग्विजय
उधर, दिग्विजय सिंह ने ट्वीट कर कहा है कि मैं सहमत हूं। केंद्र और राज्य में भाजपा की सरकार है। जांच कराएं और जो भी दोषी हों, उन्हें इस जघन्य अपराध की सख्त से सख्त सजा दें। मेरी पूरी सहानुभूति उन तीन निर्दोष कर्तव्यनिष्ठ पुलिसकर्मियों के परिवार के साथ है, जिन्होंने शहादत दी है। वहीं सिंह ने घटना की घोर निंदा करते हुए पुलिस से अपराधियों की जांच कर उन्हें कठोर सजा दिलाने का अनुरोध किया है।