नाभि में तेल लगाना एक प्राचीन आयुर्वेदिक पद्धति है, जो शारीरिक और पाचन संबंधी समस्याओं को दूर करके कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करती है।

नाभि में तेल लगाने से कई स्वास्थ्य लाभ होते हैं, जैसे पाचन में सुधार, तनाव कम होना, त्वचा में निखार आना, और कुछ बीमारियों में आराम मिलना. अलग-अलग तेल के अलग-अलग फायदे होते हैं, जैसे सरसों का तेल जोड़ों के दर्द में आराम देता है, और बादाम का तेल त्वचा को चमकदार बनाता है।

नाभि से कई तरह की बीमारियाँ ठीक हो सकती हैं, जैसे कि नाभि के क्षेत्र में दर्द, नाभि हर्निया, और नाभि संक्रमण. नाभि का क्षेत्र कई तरह के अंगों से जुड़ा हुआ है, जैसे कि पेट, आंत, और मूत्राशय, इसलिए नाभि में दर्द कई तरह की बीमारियों का संकेत हो सकता है।

फायदे:

  • पाचन में सुधार:नाभि में तेल लगाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है और पेट की समस्याओं जैसे गैस, कब्ज और अपच से राहत मिलती है. 
  • तनाव कम करना:यह माना जाता है कि नाभि में तेल लगाने से तनाव कम होता है और नींद अच्छी आती है. 
  • त्वचा में निखार:कुछ तेल त्वचा को हाइड्रेट रखते हैं और इसे चमकदार बनाते हैं, साथ ही मुंहासों और अन्य त्वचा समस्याओं में भी राहत देते हैं. 
  • जोड़ों के दर्द में आराम:सरसों के तेल को नाभि में लगाने से जोड़ों के दर्द में आराम मिलता है. 
  • पीरियड्स के दर्द में राहत:मासिक धर्म के दर्द में भी नाभि में तेल लगाने से आराम मिल सकता है. 
  • कब्ज से राहत:नाभि में तेल लगाने से आंतों में चिकनाई बनी रहती है, जिससे कब्ज से राहत मिलती है. 

विभिन्न तेलों के फायदे:

  • सरसों का तेल:जोड़ों के दर्द में आराम देता है. 
  • बादाम का तेल:त्वचा को चमकदार बनाता है और हाइड्रेट रखता है. 
  • नारियल तेल:त्वचा को मुलायम बनाता है और फटे होंठों से बचाता है. 
  • तिल का तेल:वात प्रकृति के लोगों के लिए अच्छा होता है. 
  • अरंडी का तेल:पेट को आराम देता है और पाचन तंत्र को मजबूत बनाता है. 
  • ऑलिव ऑयल:त्वचा को ग्लोइंग बनाता है और बालों की ग्रोथ में मदद करता है.