उज्जैन। मध्यप्रदेश की महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नूरी खान को उज्जैन में नजरबंद कर लिया गया है। वे भारत जोड़ो यात्रा विश्राम के दौरान उज्जैन पहुंची थीं। बताया जा रहा है कि वे सीएम शिवराज सिंह चौहान को सिंहस्थ भूमि से लोगों को हटाने के विरोध में ज्ञापन देने जा रही थीं, तभी पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
बता दें कि आज उज्जैन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का दौरा है। सीएम उज्जैन में जल महोत्सव के उद्घाटन सत्र में पहुंचे हैं। सीएम ने कानीपुरा में पीएम आवास योजना के तहत हितग्राहियों को उनके नए घर में प्रवेश कराया। इसी बीच नूरी खान सीएम शिवराज को सिंहस्थ भूमि में घर खाली कराने के लिए गरीबों को अल्टीमेटम देने के मामले में ज्ञापन देने घर से निकली थीं। तभी पुलिस उन्हें घर के गेट पर ही रोक लिया। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ जमकर बहस भी हुई। जिसका वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो का एक हिस्सा नूरी खान ने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है।
जो वीडियो सामने आया है, उसमें एक महिला कांस्टेबल नूरी खान को रोकने के लिए हाथ पकड़ रही है। नूरी महिला कांस्टेबल से हाथ झुड़ाने का प्रयास करती नजर आ रही हैं। वो अपनी स्कूटी में जाकर बैठती हैं और सीएम से मिलने जाना चाहती हैं। मगर महिला कांस्टेबल उनकी स्कूटी से चाबी निकाल लेती है। इस दौरान नूरी खान और कांस्टेबल के बीच तीखी बहस भी होती है। पुलिस द्वारा नजरबंद करने पर नूरी खान ने कहा कि वह गरीबों की समस्या को बताकर सीएम से समाधान चाहती थीं। मगर पुलिस ने सीएम से मिलने के लिए रोका और घर से ही निकलने नहीं दीया ना वाहन से ना पैदल जाने दिया।
कांग्रेस नेत्री नूरी खान ने आरोप लगाया कि प्रशासन पक्षपातपूर्ण कार्रवाई कर रहा है। कहा कि, ‘सिंहस्थ मेला भूमि पर बीजेपी के विधायक का अतिक्रमण है, लेकिन प्रशासन उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रहा। सिर्फ गरीबों को परेशान किया जा रहा है। ये सरासर तानाशाही है। उज्जैन के लोग इस तानाशाही का जवाब जरूर देंगे।’
नूरी खान ने बताया कि उज्जैन में साढ़े तीन सौ परिवारों को घर खाली करने का नोटिस दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि गोकुलधाम समेत चार बस्तियां सिंहस्थ मेला भूमि पर बसा है। करीब 1500 लोग इन चार बस्तियों में रहते हैं। अतिक्रमण बताकर उन्हें बेघर किया जा रहा है। बुलडोजर से उनके घर उजाड़े जा रहे हैं। उनके पुनर्वास अथवा विस्थापन के लिए भी कुछ नहीं किया जा रहा है। नूरी खान ने कहा, ‘मैं मुख्यमंत्री से पूछना चाहती हूं कि ये गरीब परिवार अब कहां जाएंगे….?’