मुरादाबाद:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को पीतलनगरी मुरादाबाद से ऐलान किया कि ईमानदारी के जितने रास्ते मुझे दिखेंगे मैं देश को उसी रास्ते पर लेकर चलूंगा। भ्रष्टाचार तथा बेईमानी को जड़ से खत्म करने में समय जरूर लगेगा, लेकिन मैं उसको समाप्त करने में कोई कसर नहीं छोड़ूंगा। बस देश के सवा सौ करोड़ जनता मेरे साथ हैं। प्रधानमंत्री ने शनिवार को जनधन खाते की महत्ता पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने जनसभा में कहा कि अब तो जनधन खाते में अमीर पैसा जमा कर रहे है। पीएम ने जनधन खाता धारकों से साफ कहा कि कोई कितना ही दबाव बनाए जनधन से पैसा नहीं निकालोंगे। मैं ऐसा कोई रास्ता निकालूंगा कि वह पैसा गरीब का हो जाए और जिसने जमा कराया उसे जेल जाना पड़ेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब अमीर आप लोगों के घर के चक्कर काटेंगे। उन्हे कहो कि ज्यादा बोले तो पीएम को पत्र लिखता हूं।
जनता को हिसाब देने वाली पहली सरकार
पीएम मोदी मानते है कि देश के सही विकास के लिए उत्तर प्रदेश की गरीबी हटाना बेहद जरूरी। मोदी ने कहा कि घोषणा करके हिसाब देने वाली देश की यह पहली सरकार है। उन्होंने कहा कि देश सवा सौ करोड़ की जनता ही हमारी मालिक है। हम उनको हर बात का हिसाब देंगे। हम दे भी रहे हैं। प्रधानमंत्री ने भ्रष्टचार पर करारा प्रहार करते हुए जनसभा में मौजूद लोगों से इको समाप्त करने पर सवाल भी किये। उन्होंने कहा कि कहा की मेरे ही देश में लोग मुझे गुनाहगार बता रहे हैं। जो काम 70 वर्ष में नहीं हुआ, उसको करने में तकलीफ तो होगी। पहले तो काम करने वालों के इरादों में भी खोट थी। हमने तो अफसरों से बिजली की स्थिति की हर प्रकार की जानकारी ली। इससे पहले 18 हजार से अधिक गांवों में बिजली को पोल तक नहीं थे। बिजली के लिए मुझे किसी ने पत्र नहीं लिखा। मैने खुद अफसरों को बुलाकर बिजली के लिए पूछा। अब तो काम तेजी से हो रहा है।
खुद को बताया फकीर
अपने को फकीर बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहा कि कोई हमारा क्या बिगाड़ लेगा। हम तो झोला लेकर चल पड़ेंगे। फकीरों से ही गरीबों के लिए लड़ने की ताकत मिली। गरीबों को बैंक में घुसने का मौका नहीं मिला था। गरीबों का खाता खुलवाया। आज आमिर गरीबों के यहां चक्कर काटने को मजबूर है। जनधन खाते से एक भी पैसा न निकालने को कहा। कोई कितना ही दबाव बनाये जनधन से पैसा नहीं निकालोगे। मैं ऐसा कोई रास्ता निकालूंगा की वोह पैसा गरीब का हो जाये और जिसने जमा कराया उसे जेल जाना पड़ेगा।