इंदौर। पिछले साल देश के सबसे स्वच्छ शहर का ताज पाने वाले शहर के ट्रेंचिंग ग्राउंड ने आईएसओ सर्टिफिकेट पाकर एक और उपलब्धि हासिल कर ली। यहां देवगुराड़िया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड को पर्यावरणीय सुरक्षा पैमानों पर खरा उतरने, गुणवत्ता प्रबंधन और स्वास्थ्य व सुरक्षा प्रबंधों के लिए तीन आईएसओ (इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर स्टैंडर्डाइजेशन) प्रमाण-पत्र सिर्फ डेढ़ साल में किए गए इंतजामों के कारण मिले।
146 एकड़ में फैले ट्रेंचिंग ग्राउंड पर शहर से हर दिन निकलने वाले करीब 1100 टन कचरे का प्रबंधन बेहतर तरीके से किया जा रहा है। पेश है इन इंतजामों के लिए किए गए प्रयासों पर खास रिपोर्ट-
1. सबसे पहले ट्रेंचिंग ग्राउंड (लैंडफिल साइट या डंपिंग यार्ड) की आधारभूत सुविधाओं जैसे प्लांट, मशीनरी, सड़क और बिल्डिंग आदि को व्यवस्थित किया गया। पहले सूखा कचरा गीले कचरे में मिलकर आता था। अब यह समस्या खत्म हो गई है। इसके अलावा शहर से निकलने वाले मलबे और वेस्ट मटेरियल से ईंटपेवर ब्लॉक बनाने का प्लांट भी करीब ढाई करोड़ की लागत से स्थापित किया गया है।
2. ग्राउंड पर दो मटेरियल रिकवरी सेंटर शुरू किए गए, जहां रोज 450 टन सूखे कचरे का निपटान होता है। हाई और लो डेंसिटी पॉलिथीन को ग्राउंड पर लगी दो यूनिट में साफ कर रीसाइकिल किया जाता है। प्लास्टिक के कचरे से रॉ मटेरियल तैयार किया जाता है।
3. ट्रेंचिंग ग्राउंड पर पड़ा पुराना 12-15 लाख मीट्रिक टन कचरा निगम के लिए बड़ी समस्या था। अब धीरे-धीरे वैज्ञानिक पद्धति के आधार पर उसका निपटान किया जा रहा है। पुराने कचरे की मिट्टी के इस्तेमाल से ग्राउंड पर आठ बगीचे बनाए गए हैं। पुराने कचरे में बदबू ज्यादा होती है। उसमें बायो कल्चर जैविक पदार्थ डाला जा रहा है जो बदबू तो कम करते ही हैं, कचरे को कंपोस्ट में बदलने की प्रक्रिया भी तेज करते हैं।
4. हर वार्ड में कचरा बीनने वाले करीब 500 लोगों को जोड़ा गया और उन्हें ट्रेंचिंग ग्राउंड पर काम दिया गया। उन्हें प्रशिक्षण सहित सभी जरूरी सुविधाएं व साजोसामान दिए गए।
5. कुछ महीने में मजदूरों से लिया जाने वाला काम स्वचालित मशीनों से लिया जाने लगेगा। ट्रेंचिंग ग्राउंड पर वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाने की भी योजना है ताकि कचरे से बिजली पैदा की जा सके। कचरा प्रबंधन के लिए निगम के सलाहकार अरशद वारसी बताते हैं भीतरी उपायों के साथ बाहरी सूरत बदलने के लिए चारों ओर बांस लगाए गए हैं, जो बड़े होकर ग्राउंड को परदे की तरह ढंक लेंगे।