बहादुरपुर ! कस्बे के मंडी मोहल्ला में एक नाबालिग से ज्यादती के असफल प्रयास के बाद उसे आग लगाने वाले तीनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। तीनों आरोपी घटना को अंजाम देने के बाद भागने की फिराक में थे लेकिन मामले के प्रकाश में आने पर पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए तीनों आरोपियों को उनके घरों से दबोच लिया। वहीं मामले की गंभीरता को देखते हुए गुरूवार को पुलिस के कई उच्च अधिकारियों ने घटना स्थल पर पहुंच कर जायजा लिया। दूसरी ओर पीडि़ता अब भी जिला अस्पताल के वर्निंग वार्ड में जिंदगी और मौत से जूझ रही है। पुलिस ने पीडि़ता के बयानों के आधार पर आरोपी युवकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307,376,511,7/8 पास्को एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक बुधवार दोपहर लगभग दो बजे पीडि़ता को घर में अकेली देखकर मोहल्ले में ही रहने वाले पंकज अहिरवार, आला अहिरवार एवं आकाश केवट घर में घुस गए। जहां पहले उन्होंने पीडि़ता से ज्यादती का प्रयास किया लेकिन पीडि़ता के विरोध करने पर गुस्साए तीनों आरोपियों ने घर में रखी केरोसिन की केन उसके ऊपर उड़ेलकर आग लगा कर भाग निकले। पीडि़ता की चीख पुकार सुनकर एवं घर में से उठ रहीं आग की लपटें देखकर मोहल्ले वाले एवं पीडि़ता के परिजनों ने पानी डालकर आग बुझाई। जिसके बाद पीडि़ता को मुंगावली ले जाया गया। गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने उसे जिला चिकित्सालय रिफर कर दिया। जहां पर लगभग 95 प्रतिशत जली पीडि़ता जिंदगी से जंग लड़ रही है।
मोहल्ले में पसरा सन्नाटा:दिल दहला देने वाली इस घटना के बाद मंडी मोहल्ला में सन्नाटा पसरा हुआ है। कोई भी घटना के संबंध में कुछ भी बोलने से कतरा रहा है। गुरूवार को पुलिस के आला अधिकारी घटना स्थल पर मौका-मुआयना करने पहुंचे। हालांकि पीडि़ता के सभी परिजन उसके साथ जिला अस्पताल में थे। इसलिए घर पर कोई नहीं मिला। जिस कमरे में वारदात हुई वहां पीडि़ता के जले हुए कपड़े पड़े थे। घर का सामान अस्त-व्यस्त पड़ा हुआ था। पीडि़त बालिका घर में मां के मजदूरी करने के बाद अपनी चार अन्य बहिनों के साथ रहती थी। उक्त मामला बेहद गंभीर है। इस शांत इलाके में इस तरह की यह पहली घटना है। यदि पीडि़ता के परिजनों द्वारा पहले पुलिस को सूचना दी गई होती तो आरोपी कल ही गिरफ्तार हो जाते।

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