भोपाल। मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री कमलनाथ व पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीच सियासी लड़ाई तेज हो गई है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद सिंधिया ने चुनाव मेनिफस्टो को पूरा करने को लेकर कड़ा तेवर अपनाया है। उन्होंने कहा कि यदि चुनाव के समय किए वादे पूरे नहीं होंगे तो वह सड़क पर उतरेंगे। सिंधिया के रवैये को लेकर कमलनाथ ने पार्टी हाईकमान से मुलाकात की थी। इसके बाद शनिवार को प्रदेश कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक दिल्ली में मुख्यमंत्री कमलनाथ के आवास पर रखी गई। बैठक में मुख्यमंत्री कमलनाथ, पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, दिग्विजय सिंह, दीपक बबरिया, मीनाक्षी नटराजन, और जीतू पटवारी आदि ने शिरकत की। बताया जाता है कि सिंधिया कांग्रेस समन्वय समिति की बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए। सिंधिया के प्रदेश सरकार पर चुनावी वादों को नहीं पूरा करने के बयान पर प्रतिक्रिया में कमलनाथ ने कहा, उन्हें (सिंधिया ) सड़क पर उतरना है तो उतरकर देख लें। अभी पांच साल हैं। प्रदेश सरकार चुनाव के समय किए सभी वादों को एक-एक कर पूरा कर रही है।
हालांकि पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने ट़वीट कहा कि पार्टी की विकास कार्यों की रणनीति को लेकर यह बैठक कारगर रही है। विकास कायों को लेकर होने वाली इस बैठक को सकारात्मकता से लिया जाना चाहिए।
दिल्ली में हार के बाद नेताओं ने दिखानी शुरू की है सक्रियता
प्रदेश में चुनावी घोषण पत्र को पूरा करने व कार्यप्रणाली में सुधार लाने के लिए मध्य प्रदेश के नेताओं ने सक्रियता दिखानी शुरू कर दी है। प्रदेश में चुनावी घोषाणा को पूरा करने के लिए कुछ दिन पहले सिंधिया ने अपनी ही सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरने की घोषणा की थी।
गत दिनों मध्य प्रदेश दौरे पर सिंधिया ने कहा था कि मेनिफेस्टो का एक भी वादा पूरा नहीं होने पर खुद सड़क पर उतरेंगे। गेस्ट अध्यापकों को नियमित करने को लेकर उन्होंने कहा था, कि मेनिफेस्टो में किया यह वादा जरूर पूरा होगा। यही नहीं उन्होंने दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस की करारी हार के बाद पार्टी को सोच, विचारधारा व कार्यप्रणाली में बदलाव की जरूरत बताई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी से दिल्ली में मिले थे। बताया जाता है कि बैठक में कमलनाथ ने सोनिया गांधी से पार्टी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के सरकार के खिलाफ लगातर बयानबाजी व सड़क पर उतरने की धमकी पर भी चर्चा की थी।