ग्वालियर। बेटी है तो कल है और तभी दुनिया का अस्तित्व। इसी सोच के साथ प्रदेश सरकार ने बालिकाओं के सशक्तिकरण के लिये कारगर कदम उठाए हैं। यह बात महिला एवं बाल विकास मंत्री माया सिंह ने दीपावली के दिन जन्मीं नवजात बेटियों एवं उनकी माताओं को सम्मानित करते हुए कही। उन्होंने कहा प्रदेश सरकार के प्रयासों की बदौलत शिशु ङ्क्षलगानुपात में सुधार हो रहा है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने भाईदूज के पावन अवसर पर कमलाराजा चिकित्सालय सहित शहर के पाँच सरकारी अस्पतालों में पहुँचकर दीपावली पर जन्मीं बेटियों एवं उनकी माताओं का पुष्पाहारों से स्वागत किया। साथ ही उन्हें मेवा-मिष्ठान की टोकरी भी भेंट की। मंत्री माया सिंह कमलाराजा चिकित्सालय के अलावा शासकीय चिकित्सालय माधौगंज, प्रसूति गृह लक्ष्मीगंज व बिरलानगर तथा जिला चिकित्सालय मुरार के प्रसूति वार्ड में दीपावली पर जन्मीं बेटियों और उनकी माताओं को भी भाईदूज पर सम्मानित करने पहुँचीं।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक दीपावली के दिन ग्वालियर शहर के सरकारी और निजी प्रसूति गृहों में ६१ बेटियों ने जन्म लिया। इनमें से सरकारी प्रसूति गृहों में जन्म लेने वाली 43नवजात बेटियों और उनकी माताओं को महिला एवं बाल विकास मंत्री माया सिंह ने भाईदूज पर सम्मानित किया। माया सिंह ने इस दौरान सभी जच्चाओं से रूबरू होकर उनकी कुशल छेम पूँछी और उन्हें बेटियों के जन्म की बधाई भी दी। साथ ही सभी माताओं से कहा कि अपनी बेटियों को खूब पढा-लिखाकर काबिल बनाएँ। बेटियों की पढ़ाई-लिखाई और विवाह के खर्च की चिंता प्रदेश सरकार करेगी। महिला बाल विकास मंत्री ने कहा प्रदेश सरकार ने लाडली लक्ष्मी योजना को और कारगर बनाने के लिये ई-लाडली वेबसाइट शुरू की है, जिस पर हर लाडली लक्ष्मी का पंजीयन किया जाता है।
कमलाराजा चिकित्सालय में नवजात बेटियों व उनकी माताओं का सम्मान करते समय जेएएच की अधीक्षक डॉ. ज्योति बिंदल मौजूद थीं। इनके अलावा संभागीय संयुक्त संचालक महिला बाल विकास सुरेश सिंह तोमर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनूप कम्ठान, महिला एवं बाल विकास विभाग के सहायक संचालक द्वय श्रीयुत राममोहन तिवारी व राहुल पाठक सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।