भोपाल ! भोपला केन्द्रीय जेल में सोमवार सुबह एक कैदी ने बिजली के तार पकड़कर खुदकुशी कर ली। बताया गया है कि कैदी 15 मिनट पहले ही जेल में दाखिल हुआ था। उसपर अपनी ही 10 साल की बेटी के साथ दुष्कर्म का आरोप था। गौरतलब है कि अगस्त के महीने में ही जहर खाकर एक महिला कैदी ने भी जान दे दी थी। इन घटनाओं से जेल में सुरक्षा व्यवस्था की पोल खुल गई है।
पिपलानी थाना प्रभारी मनीष मिश्रा ने बताया कि सुरेश मुंडे उम्र 40 वर्ष ने शनिवार रात को अपनी 10 साल की सौतेली बेटी से दुष्कर्म किया था। इसकी शिकायत सुरेश की पत्नी और बेटी ने खुद पिपलानी थाने में की। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए रविवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। अदालर्त में पेशी के दौरान देरी हो गई तो उसे रविवार को जेल नहीं भेजा जा सका। सोमवार को सुबह साढ़े 6 बजे उसे जेल के अंदर दाखिल कर दिया गया। वहां से हमें सूचना मिली कि करंट लगने की वजह से उसे हमीदिया अस्पताल में भर्ती करा दिया गया जहां उसकी मौत हो गई।
उधर जेल अधीक्षक मंशाराम पटेल ने बताया कि सुरेश को जेल में सुबह साढ़ 7 बजे भीतर किया गया। उस समय सुबह की परेड का समय हो रहा था। वह बरामदे में बैठा था और बाथरुम करने के लिए गया। वापस बरामदे में आकर उसने अचानक बिजली के बोर्ड में लगा बटन तोड़ दिया, चप्पल उतार दी और नंगे पैर दोनों तार पकड़ लिए। यह देख अन्य कैदियों ने उसे छुड़ाने की कोशिश भी की, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। 8 बजे हमीदिया अस्पताल भेज दिया। वहां से सूचना आई कि 8.40 पर उसकी मौत हो गई है। इस मौत की न्यायिक जांच हो रही है। गौरतलब है कि 10 अगस्त को एक महिला कैदी ने भी जहर खाकर जान दे दी थी। सरस्वती अहिरवार से अपने पति की हत्या हो गई, लेकिन पुलिस के सामने उसने इसे आत्महत्या दर्शाया था। पिपलानी पुलिस ने गैर इरादन हत्या और साक्ष्य गायब करने के जुर्म में उसे 9 अगस्त को गिरफ्तार कर लिया। 10 अगस्त को उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया। वहीं जेल में उसने जहर खा लिया। उसे हमीदिया अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गई। इस मौत की भी न्यायिक जांच जारी है।