भोपाल । मध्य प्रदेश में इस मानसून में अब तक भारी बारिश की वजह से 77 लोगों की मौत हो चुकी है। भारी बारिश से 10 हजार से ज्यादा मकानों को नुकसान पहुंचा है। राजस्व विभाग की ओर से जारी एक ब्योरे के अनुसार, प्रदेश में इस साल एक जून से 31 अगस्त तक 11 जिलों में सामान्य से अधिक, 25 जिलों में सामान्य और 15 जिलों में सामान्य से कम बारिश दर्ज की गई है।
एक ओर जहां 15 जिलों को अच्छी बारिश का इंतजार है वहीं, कई हिस्सों में भारी बारिश ने तबाही मचाई है। भारी बारिश से सबसे ज्यादा नुकसान सीहोर जिले को हुआ है, जहां 19 लोगों की मौत हुई है और 1,800 से ज्यादा मकानों को नुकसान पहुंचा है। राजगढ़ में बारिश ने नौ, धार में आठ, इंदौर एवं रतलाम में सात-सात, रायसेन-शाजापुर में छह-छह, उज्जैन में पांच, खंडवा में चार, आगर-मालवा में तीन, छतरपुर में दो और देवास में एक व्यक्ति की जान ली।
बारिश के आकड़ों पर गौर करें तो पता चलता है कि राज्य के 15 जिलों-धार, इंदौर, खंडवा, उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, देवास, शाजापुर, आगर, गुना और राजगढ़ में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। 25 जिलों-छिंदवाडा, सिवनी, मंडला, डिण्डोरी, नरसिंहपुर, सतना, सिंगरौली, उमरिया, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बडवानी, बुरहानपुर, नीमच, ग्वालियर, शिवपुरी, अशोकनगर, दतिया, भोपाल, सीहोर, रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद, हरदा और बैतूल में सामान्य बारिश हुई है।
राज्य के 36 जिलों में सामान्य और सामान्य से अधिक बारिश हुई है, जबकि 15 जिलों-जबलपुर, कटनी, बालाघाट, सागर, दमोह, पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, सीधी, शहडोल, अनूपपुर, मुरैना, श्योपुर और भिंड में अब भी सामान्य से कम बारिश हुई है।

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