, रायसेन। मध्यप्रदेश के रायसेन जिला मुख्यालय पर कोरोना संदिग्ध दो सगे भाइयों की इलाज के दौरान मौत होने के बाद जिले के पुलिस विभाग में हडकंप मचा हुआ है। मृतक अमित अग्रवाल अपने पिता सुखदेव अग्रवाल के साथ टिफिन सेंटर का काम करता था ओर वर्तमान में पुलिस स्टाफ के लिए खाने के पैकेट भी सप्लाई करने का ठेका भी इन्ही के पास था। वह लॉक डाउन सहित जगह-जगह तैनात पुलिस बल के लिए खाने के पैकेट बनाकर सप्लाई भी किया करता था। जिला मुख्यालय पर सौ से अधिक पुलिस कर्मी रोजाना अग्रवाल परिवार के टिफिन सेंटर के खाने से ही अपना पेट भरते थे। दिल्ली में जमेटो कंपनी में काम करने वाले डिलेवरी बॉय को कोरोना होने के बाद वहां 20 से अधिक परिवारो को कोरेन्टीन किया गया था। इस खबर को याद कर अब रायसेन के पुलिस कर्मी भी परेशान है..!

शुरुआती एतियात के तौर पर रायसेन की पुलिस अधीक्षक मोनिका शुक्ला ने इस घटना के बाद 57 पुलिस कर्मियों को कोरेंटाइन करने के आदेश जारी किए है। वही इन पुलिस कर्मियों के अलावा मृतक के संपर्क में आये जिला अस्पताल रायसेन के एक डॉक्टर दीपक गुप्ता, 4 स्टाफ नर्स ,एक ड्रेसर, वार्ड बॉय और सुरक्षा गार्ड सहित जिला सहकारी बैंक के 6 कर्मचारियों सहित इनके यहाँ काम करने आने वाले 8 लोगो को कोरेंटाइन करने के आदेश जारी हुए। दोनो की मौत के बाद से ही नगर में कफ्र्यू लगा दिया गया है वही नगर में पुलिस की कमी के कारण अब रायसेन में बाहर से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है , पुलिस विभाग अब लॉक डाउन में सख्ती ला रहा है , जिसके चलते बीती रात नगर की सड़कों पर भारी पुलिस बल ने फ्लैग मार्च निकाला। शहर के लोगों को यह ना लगे कि उनके शहर में किसी प्रकार की पुलिस बल की कमी है इसलिए पुलिस विभाग ने भोपाल और पचमढी से आये अतिरिक्त पुलिस बल के साथ नगर की विभिन्न सडको पर फ्लैग मार्च निकालकर लोगों को सुरक्षा एवं शांति का संदेश दिया। साथ ही लॉक डाउन और कफ्र्यू तोड़ने वाले लोगों के मन में भय बना रहे

एक भाई की कोचिंग क्लास तो दूसरे का टिफिन सेंटर था रायसेन में मशहूर…

जिला मुख्यालय रायसेन के स्थानीय महामाया चैक गांधी प्रतिमा के पास के निवासी सुखदेव अग्रवाल के पुत्र अमित अग्रवाल हलवाई का काम करते थे। वह टिफिन सेंटर के साथ शादी पार्टी के लिए खाने का ऑडर लेते थे। वही सुमित अग्रवाल रायसेन में गणित के बेहद काबिल टीचर थे। उनके पास नगर के सैकडों बच्चे कोचिंग के लिए आते थे। कोरोना से उनकी मौत के बाद से रायसेन के छात्रों में शोक व्याप्त है। सुमित सर लॉक डाउन के दौरान भी सोशल मीडिया के माध्यम से अपने छात्रों को पढाई के साथ-साथ कोरोना से बचाव और घर पर रहने का संदेश देते रहते थे। लेकिन किसी नही सोचा था कि कोरोना से बचाव का संदेश देने वाले सुमित सर स्वयं ही कोरोना का शिकार हो जायेगे।

स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही अग्रवाल परिवार पर पडी भारी….

विभाग की बडी लापरवाही की पोल खोल कर रख दी है। दोनो भाई सरकारी अस्पताल के एक डॉक्टर एवं ड्रेसर से निजी तौर पर इलाज करा रहे थे। लेकिन इन सभी ने कोरोना होने की जानकारी विभाग से छिपाई और जब दोनो की हालात बिगड गई तो उन्हें 23 अप्रैल को भोपाल रेफर किया गया जहाँ कोचिंग क्लास चलाने वाले टीचर सुमित अग्रवाल एवं हलवाई का काम करने वाले बडे भाई अमित की इलाज के दौरान एक दिन के अंतराल में दोनो भाइयो की मौत हो गई। अब उनके परिवार में 12 दिन की मासूम बच्ची सहित सभी 13 सदस्यों को आइसोलेट किया गया है। जिनमे उनके माता पिता की हालत खराब होने पर उन्हें भोपाल एम्स भेजा गया है। सुमित की पत्नी भी कोरोना पॉजिटिव आई है वह भोपाल के चिरायु अस्पताल में भर्ती है। इधर रायसेन कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने सरकारी ड्रेसर नरेश मालवीय को निलंबित कर दिया है।
इनके अलावा आज 5 अन्य कोरोना पॉजिटिव मरीज भी सामने आए है। इस प्रकार जिले में अब तक 33 कोरोना पॉजिटिव मरीजो की संख्या पहुँच गई है। कलेक्टर ने जिला मुख्यालय पर अनिश्चितकालीन कफ्र्यू लगा दिया है।

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