अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने बुधवार को व्हाइट हाउस की दौड़ में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी मिट रोमनी को पराजित करके अपना दूसरा कार्यकाल पक्का कर लिया है।कैलीफोर्निया में भारी जीत हासिल करके ओबामा दोबारा निर्वाचित हुए। बराक ओबामा अमेरिका के 44वें राष्ट्रपति होंगे। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका पर 4 साल तक बराक ओबामा का ही कब्जा रहेगा। 
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, 51 साल के अफ्रीकी-अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने निर्वाचक मंडल के 290 मत हासिल कर लिए हैं और राष्ट्रपति बनने के लिए 270 मतों की दरकरार होती है। कैलीफोर्निया में निर्वाचक मंडल के सबसे अधिक 55 मत हैं और यहीं पर भारी जीत से ओबामा का दोबारा निर्वाचन पक्का हुआ। वहीं, रोमनी ने 203 मत हासिल किए हैं। कैलीफोर्निया के नतीजे आने से पहले रोमनी ने ओबामा पर बढ़त बना रखी थी। फ्लोरिडा में दोनों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला, जहां निर्वाचक मंडल के कुल 29 मत हैं। ओबामा ने दूसरा कार्यकाल देने के लिए ऑनलाइन लोगों का आभार व्यक्त किया। ओबामा ने ट्वीट के जरिए कहा कि यह आप लोगों के कारण हुआ है। आपका आभार। चार साल और मिले हैं। समाचार चैनलों पर जीत का अनुमान व्यक्त किए जाने के बाद ओबामा के समर्थकों ने सड़क पर आकर जश्न मनाने लगे। शिकागो में ओबामा के प्रचार अभियान के मुख्यालय के सामने समर्थकों का बड़ा हुजूम उमड़ पड़ा। शिकागो ओबामा का गृहनगर है। पूरे अमेरिका में ओबामा समर्थक भारी जश्न मना रहे हैं। शिकागो से लेकर न्यूयार्क के टाइम्स स्क्वायर तक लोग खुशी में झूमते नजर आए। अमेरिकी इतिहास का यह सबसे महंगा चुनाव है। ओबामा की जीत कैलीफोर्निया के परिणाम से पक्की हुई है। यहां निर्वाचक मंडल के सबसे अधिक 55 मत हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचक मंडल के कुल 538 मत हैं और राष्ट्रपति बनने के लिए कुल 270 मत हासिल करना जरूरी होता है।
नॉच में 1960 से ही राष्ट्रपति चुनाव के लिए मध्यरात्रि को वोट डलता आ रहा है। वहां जब से पहले मतदान की परंपरा शुरू हुई है,100 प्रतिशत मतदान होता आ रहा है। सभी पंजीकृत मतदाता वोट डाल देते हैं तो मतदान केंद्र बंद किया जा सकता है।

भारतीय उद्योग खुश
बराक ओबामा ने लगातार दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीत लिया है। बराक ओबामा की इस दूसरी पारी पर भारतीय उद्योग जगत और शेयर बाजारों की नजर टिकी है।एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वी के शर्मा का कहना है कि बराक ओबामा के मुकाबले मिट रोमनी की जीत अमेरिकी बाजारों के लिए ज्यादा बेहतर होती। हालांकि, ओबामा के जीतने से भारतीय बाजारों में लिक्विडिटी जारी रहने का अनुमान है। वी के शर्मा के मुताबिक ओबामा की जीत के बाद वित्त वर्ष 2013 में बाजार के नई ऊंचाई छूने की संभावना बनी हुई है।

ओबामा के पक्ष में वोट
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में निर्णायक भूमिका अदा करने जा रहे पर्पल स्टेट्स यानि ‘ जंगी राज्यों ‘ में करीब तीन-चौथाई भारतीय अमेरिकियों ने राष्ट्रपति बराक ओबामा के पक्ष में मतदान किया है। सेन फ्रांसिस्को स्थित अप्रैल मीडिया द्वारा करवाए गए एक सैम्पल सर्वेक्षण में पाया गया है कि ओहायो, क्लोराडो, विस्कोंसिन, फ्लोरिडा तथा वर्जीनिया में 75 फीसदी भारतीय अमेरिकियों ने ओबामा को वोट दिया है। लेकिन पेन्सिलवेनिया में भारतीय अमेरिकी समुदाय ने रिपब्लिकन उम्मीदवार मिट रोमनी के पक्ष में वोट डाला है। पेन्सिलवेनिया में भारतीय अमेरिकी समुदाय का मानना है कि ओबामा ने बदलाव के जो वादे किए थे वह उन्हें पूरा करने में विफल रहे हैं।

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