जबलपुर में स्वास्थ्य विभाग की हैरान कर देने वाली तस्वीर सामने आई है। एक वीडियो सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक मासूम बच्चे को ऑक्सीजन की नली डॉक्टर या नर्स नहीं बल्कि एक सिक्योरिटी गार्ड लगाता हुआ नजर आ रहा है। 26 सेकेंड के इस वायरल वीडियो को जबलपुर के लेडी एल्गिन अस्पताल का बताया जा रहा है। जबलपुर का लेडी एल्गिन हॉस्पिटल संभाग का सबसे बड़ा सरकारी महिला अस्पताल है।

बताया जा रहा है कि एक मासूम बच्चे की हालत गंभीर होने पर लेडी एल्गिन अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया था, इस दौरान एंबुलेंस के अंदर परिजन की गोद में लेटे हुए मासूम को ऑक्सीजन की नली सिक्योरिटी गार्ड लगाता हुआ नजर आ रहा है। यह सिक्योरिटी गार्ड बाकायदा यूनिफॉर्म में है और ऑक्सीजन सिलेंडर से नाली निकालकर बच्चे को लगाता हुआ दिख रहा है, हालांकि इस पूरे मामले से जिले का स्वास्थ्य महकमा पल्ला झाड़ता नजर आ रहा है।

जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ संजय मिश्रा की माने तो लेडी एल्गिन अस्पताल में मेल सिक्योरिटी गार्ड है ही नहीं, ऐसे में इस पूरे वीडियो की जांच कराई जाएगी। उनका कहना है कि सरकार के नए प्रावधानों के मुताबिक सिक्योरिटी गार्ड, ऑफिस स्टाफ और अन्य लिपिकीय काम करने वाले कर्मचारियों को जीवन रक्षक विधियों का प्रशिक्षण दिए जाने का प्रावधान है।

उन्होंने माना है कि अस्पताल के डॉक्टर और नर्स की मौजूदगी में अगर सिक्योरिटी गार्ड इस तरह का काम कर रहा है तो यह पूरी तरह से गलत है और इसकी जांच कराई जाएगी। हकीकत चाहे जो भी हो लेकिन एंबुलेंस के अंदर मासूम को जिस तरह से सिक्योरिटी गार्ड ऑक्सीजन की नली लगाता हुआ नजर आ रहा है उसने स्वास्थ्य विभाग की बदहाली के मंजर को एक बार फिर उजागर करके रख दिया है।