भोपाल। मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का गढ़ माना जाता है छिंदवाड़ा। हर चुनावी भाषण में वो छिंदवाड़ा की तारीफ करते है। लेकिन एक ऐसा दृश्य सामने आया है जिसने सबको सोचने पर मजबूर कर दिया है कि आखिर कितना विकसित है छिंदवाड़ा।
दरअसल सड़क नहीं होने के कारण गांव में एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी तो लोगों डोली से प्रसूता को स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर अब जमकर वायरल हो रहा है। यह मामला छिंदवाड़ा के तामिया विकासखंड के ग्राम झिरपानी का है। महिला की हालत फिलहाल स्थिर है। लेकिन ग्रामीणों ने सड़क की मांग को लेकर छिंदवाड़ा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है।
शासन-प्रशासन ग्रामीण क्षेत्रों में सभी तरह की सुविधाएं दिए जाने के कितने भी दावे कर ले लेकिन उनके खोखले दावों की पोल समय-समय पर खुलती रहती है। हाल ही में हुई भारी बारिश ने मध्य प्रदेश में कई सड़को और ग्रामीणों की पोल खोली है। इन सबको देखकर लगता है कि आदिवासी क्षेत्रों में तो मूलभूत सुविधाओं के लोग मोहताज हैं।
बताया जा रहा है कि ऐसा ही एक मामला तामिया विकासखंड के ग्राम झिरपानी से भी सामने आया। यहां पर झिरपानी से लोटिया तक जाने के लिए सड़क नहीं होने के कारण गांव में एम्बुलेंस नहीं पहुंच सकी। जिसके बाद लेबर पेन से कराह रही गर्भवती को ग्रामीण कंधे पर डोली बनाकर उसमें उसे लिटाकर अस्पताल पहुंचाया। और इस दौरान गर्भवती की जान आफत में रही।
ग्रामीणों ने बताया कि कई सालों से प्रशासन से रोड की मांग को लेकर ज्ञापन दे रहे हैं। बावजूद इसके आश्वसान के सीवा कुछ नहीं मिल रहा है। लोटिया तक खरीदारी करने या शिक्षा प्राप्त करने के लिए पैदल ही आना जाना पड़ता है। यहां पर रोड ना होने के कारण एंबुलेंस या दूसरी सरकारी सुविधाएं नहीं पहुंच पाती है। इससे कई तकलीफें सामने खड़ी मिलती है।