नई दिल्‍ली । कर्नाटक के हुबली में एक कॉलेज परिसर में कर्नाटक कांग्रेस के पार्षद की बेटी की हत्या के बाद पूरे राज्य में राजनीतिक हलचल शुरू हो गई है. विपक्षी भाजपा और कांग्रेस के बीच ‘लव जिहाद’ के मुद्दे को लेकर तीखी नोकझोंक चल रही है. वहीं, अपनी बेटी की हत्या से दुखी हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ ने रविवार को कहा कि, अब उनका भरोसा उठ रहा है. इसलिए उन्होंने मांग रखी कि ये केस अब सीबीआई को दे दिया जाए.

कॉलेज परिसर में अपनी बेटी की हत्या पर हुबली-धारवाड़ नगर निगम के कांग्रेस पार्षद निरंजन हिरेमथ ने कहा कि, “मैंने 8 लोगों के नाम खुले तौर पर दिए हैं. उन्होंने एक भी व्यक्ति को नहीं पकड़ा है, इसलिए अब मेरा भरोसा उठता जा रहा है. वे मेरे मामले को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं. अगर आप इस केस को हल नहीं कर सकते तो इसे सीबीआई को दे दें. उन्होंने कहा कि कमिश्नर खुद एक महिला हैं, फिर भी वह एक लड़की की हत्या को गंभीरता से नहीं ले रही हैं. वह किसी दबाव में काम कर रही हैं. मेरी मांग है कि मामले में लापरवाही के लिए कमिश्नर का ट्रांसफर किया जाए साथ ही ये केस सीबीआई को दिया जाए.’

बता दें कि 23 साल की मास्टर्स ऑफ कंप्यूटर एप्लीकेशन (MCA) की छात्रा नेहा पर गुरुवार को हुबली के बीवीबी कॉलेज से परीक्षा देकर निकली थी. कॉलेज के बाहर उसके क्लास में पढ़ने वाले फैयाज ने नेहा का रास्ता रोक लिया और उन पर चाकू से हमला कर दिया. यह घटना सीसीटीवी में कैद हुई है, जिसमें देखा जा सकता है कि फैयाज ने नेहा पर चाकू से ताबड़तोड़ हमले किए.

मृतक छात्रा के पिता निरंजन हिरेमथ ने कहा कि आरोपी फैयाज नेहा का पीछा करता था. उसे कई बार मना किया था, लेकिन वह नहीं माना. उसने मेरी बेटी के सामने प्रपोजल रखा था, लेकिन बेटी ने इनकार कर दिया था. बेटी उससे दूर रहती थी. बेटी ने इनकार किया तो आरोपी ने चाकू से हमला कर दिया.

निरंजन हिरेमथ ने कहा कि मेरी बेटी बहुत साहसी और बहादुर लड़की थी. आरोपी के साथ उसका कोई संबंध नहीं था. कॉलेज में वे केवल दोस्त थे, प्रेमी नहीं. बेटी ने उसे चेतावनी भी दी थी कि अगर वह नहीं माना तो शिकायत दर्ज कराएगी. फैयाज के साथ 4 और लोग शामिल हैं. चारों ने बेटी का धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश की. फैयाज ने शुरू में कहा था कि वह धर्म परिवर्तन करा देगा. इस मामले में सीएम का बयान सही नहीं है, मैं सहमत नहीं हूं.