नई दिल्ली । भीषण गर्मी का कहर शुरू हो चुका है। उत्तर भारत में लू से लोगों की हालत खराब है। हवा के तेज झोंकों के बीच दोपहर में बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अधिकतम तापमान 37.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो साल के इस समय के लिए सामान्य है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि न्यूनतम तापमान 23.3 डिग्री सेल्सियस रहा, जो इस मौसम के औसत तापमान से 2 डिग्री अधिक है। राष्ट्रीय राजधानी में आर्द्रता का स्तर 34 प्रतिशत से 60 प्रतिशत के बीच रहा। मौसम विभाग ने रविवार के लिए दिन के दौरान तेज सतही हवाएं चलने का अनुमान जताया है। आज अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 38 और 24 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। इस तरह दिल्ली के लोगों को अभी गर्मी से राहत मिलने के आसार नहीं दिख रहे हैं।

बिहार में भीषण गर्मी, स्कूल के समय में किया गया बदलाव
बिहार के कुछ हिस्सों में भीषण गर्मी और लू का सितम जारी है। शनिवार को राज्य में कम से क 11 स्थानों पर पारा 42 डिग्री सेल्सियस या उसके पार पहुंच गया। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में बिहार के कई हिस्सों में भीषण गर्मी जारी रहेगी। पटना जिला प्रशासन ने बढ़ते तापमान को देखते हुए शनिवार से विद्यालयों का समय बदल दिया है। पटना के जिलाधिकारी शीर्षत कपिल अशोक की ओर से जारी आदेश के अनुसार, राज्य राजधानी के सभी विद्यालयों का समय सुबह 6.30 बजे से पूर्वाह्न 11.30 बजे तक किए जाने का निर्देश दिया गया है। इसके तहत 20 अप्रैल से लागू यह आदेश 30 अप्रैल तक प्रभावी रहेगा।

झारखंड के कई जिलों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर
झारखंड में लोगों को लू जैसी स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। इस बीच, राज्य सरकार ने 22 अप्रैल से अगली सूचना तक स्कूल के समय में बदलाव की घोषणा की है। शिक्षा विभाग के आदेश में कहा गया है कि नई समयसारिणी के अनुसार किंडरगार्टन से कक्षा 8वीं तक के विद्यार्थी सुबह 7 बजे स्कूल आएंगे और 11.30 बजे छुट्टी होगी। कक्षा 9 से 12वीं तक के विद्यार्थी अपराह्न तक स्कूल में रहेंगे। मौसम विभाग ने पहले ही 20 अप्रैल से 22 अप्रैल तक 15 जिलों के लिए लू का अलर्ट जारी कर दिया था। पश्चिमी सिंहभूम जिले के बहरागोड़ा में शनिवार को राज्य का अधिकतम तापमान 46.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि कई अन्य जिलों में 42.4 से 45.4 डिग्री सेल्सियस तक अधिकतम तापमान दर्ज किया गया।

कश्मीर में भारी बारिश के बाद मौसम में थोड़ा सुधार
कश्मीर में दो दिनों से हो रही लगातार बारिश और हिमपात के बाद शनिवार को मौसम में थोड़ा सुधार हुआ। प्रदेश के कई स्थानों पर भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग शनिवार को बंद रहा। मौसम विभाग के अनुसार, प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा और अगले 24 घंटों में दोपहर तक गरज के साथ बौछारें पड़ने के भी आसार हैं। कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने का अनुमान जताया गया है। अगले 2 दिनों तक छिटपुट बारिश और गरज के साथ छीटें पड़ सकते हैं। पिछले 24 घंटों में राजधानी श्रीनगर में लगभग 17.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। इसके साथ ही दक्षिणी कश्मीर के प्रवेश द्वार काजीगुंड में 30 मिलीमीटर, कुपवाड़ा में 13.4 मिलीमीटर, पर्यटन स्थल पहलगाम में 7.2 मिलीमीटर और गुलमर्ग का स्की रिसॉर्ट में 14.56 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई।

हिमाचल में मौसम ने बदले मिजाज
हिमाचल प्रदेश में मौसम ने एक बार फिर मिजाज बदल लिए हैं। प्रदेश में जारी हुए येलो अलर्ट के बीच अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में हिमपात का दौर शुरू हो गया। मौसम विभाग ने 24 अप्रैल तक मौसम के खराब रहने की संभावना जताई है। 21 अप्रैल को मैदानी इलाकों को छोड़कर राज्य के शेष हिस्सों में बारिश व हिमपात होने के आसार हैं। साथ ही 22 व 23 अप्रैल को समूचे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा। इस दौरान राज्य के कुछ स्थानों पर वर्षा, हिमपात, ओलावृष्टि व आसमानी बिजली के साथ 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अंधड़ चलने का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 24 अप्रैल को भी मध्यपर्वतीय और उच्च पर्वतीय इलाकों में मौसम के मिजाज बिगड़े रहेंगे। 25 अप्रैल को पूरे राज्य में मौसम साफ रहेगा।

हैदराबाद में तेज बारिश, चिलचिलाती गर्मी से राहत
तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में शनिवार को तेज बारिश होने से लोगों को चिलचिलाती धूप से राहत मिली। राज्य के बालापुर, बरकतपुरा, सिकंदराबाद, कारवां, जुबली हिल्स और बंजारा हिल्स सहित कई इलाकों में भारी बारिश हुई। यहां तेज हवाओं, गरज के साथ बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति ठप है। राज्य के निजामाबाद में कल रात ओलावृष्टि भी हुई। वहीं, उत्तर प्रदेश के देवरिया में भीषण लू के बीच शनिवार को पारा 42 सेल्सियस तक पहुंच गया। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जिले में लगातार पारा चढ़ता जा रहा है और लू के भयानक और प्रचंड थपेड़ों से लोग बेहाल हो रहे हैं। स्कूली बच्चों स्कूल से वापस आते समय को लू की मार झेलनी पड़ रही है।