एमपी के जबलपुर में एक पति ने अपनी पत्नी की हत्या कर दी। प्रेमिका के प्यार में अंधे पति ने अपने दोस्त के साथ मिलकर अपनी पत्नी की चुनरी से उसका गला घोट दिया। हत्या के बाद वारदात को छुपाने के लिए पति ने खुद को भी घायल कर लिया और लूट की कहानी बना दी। पुलिस पूछताछ में पति के दिए गए बयान में भिन्नता पाए जाने के बाद पुलिस को शक हुआ और मामले का खुलासा हुआ। जब पुलिस ने आरोपी पति से सख्ती से पूछताछ की तो पूरी घटना बता दी। फिलहाल पुलिस ने आरोपी पति और उसके अन्य तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।

दरसअल प्रेमिका के अंधे प्यार में पति शुभम चौधरी इस कदर पागल हुआ कि उसने अपनी 27 साल की गर्भवती पत्नी रेशमा चौधरी को मंदिर घुमाने के बहाने ले जाकर सुनसान जगह पर अपने साथियों की मदद से हत्या कर दी। पत्नी गर्भवती थी। 20 दिन बाद पत्नी की डिलीवरी होनी थी। इससे पहले की एक नया मेहमान उसके घर आए इससे पहले ही पति ने उसे रास्ते से हटा दिया। पुलिस ने वारदात के 24 घंटे के अंदर इसका खुलासा करते हुए हत्या की साजिश रचने वाले पति और हत्या को अंजाम देने वाले उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार कर लिया है।

शनिवार की देर शाम करीब 7 बजे गोराबाजार थाना अंतर्गत कजरवारा निवासी शुभम रेशमा को घुमाने के बहाने बाहर लेकर निकला था। इसके बाद 9 बजे दोनों के साथ लूट और मारपीट की वारदात सामने आई थी, जिसमें शुभम ने एफआईआर दर्ज कराई थी कि वह अपने डेढ़ साल के बेटे और पत्नी रेशमा के साथ माढोताल थाना अंतर्गत मदर टेरेसा स्थित ससुराल जा रहा था। यहां रास्ते में बाइक सवार कुछ लोगों ने उसकी कार पर पत्थर फेंक कर लूट की वारदात को अंजाम दिया और पत्नी की हत्या कर दी।

पुलिस ने जब इस मामले की पड़ताल शुरू की तो शुभम चौधरी के बदलते बयानों ने पुलिस को उसपर शक करने के लिए मजबूर कर दिया और जब पुलिस ने इस रहवासी इलाके में रहने वाले लोगों से पूछताछ की तो उन्होंने किसी भी वारदात से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने शुभम को संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, जिसमें उसने पूरी कहानी बताई तो पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए।

शुभम के एक अन्य महिला के साथ अवैध संबंध हैं और इसकी जानकारी उसकी पत्नी रेशमा को भी थी। रेशमा ने करीब 6 महीने पहले दशहरे के समय गोरा बाजार थाने में शुभम के एक महिला से अवैध संबंध होने की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके चलते दोनों में अक्सर विवाद होता था। पुलिस में शिकायत दर्ज करवाने को लेकर शुभम अपनी पत्नी से रंजिश रख रहा था और इसी रंजिश के तहत उसने रेशमा की हत्या करने की प्लानिंग भी कर ली थी। लेकिन उसे सही मौका नहीं मिल रहा था। शनिवार की शाम शुभम ने रेशमा को घूमने के लिए ले जाने की योजना बनाई। इसके साथ ही उसने अपने तीन दोस्तों को भी हत्या करने के लिए राजी कर लिया। इसके लिए शुभम ने अपने दोस्तों को 60 हजार की सुपारी भी दी थी जिसमें से वह 40 हजार दे चुका था।

योजना के मुताबिक शुभम रेशमा और डेढ़ साल के बेटे को साथ में लेकर कार से निकला। इसके बाद तीनों पाठ बाबा मंदिर पहुंचे जहां दर्शन करने के बाद शुभम उन्हें लेकर मोहनिया स्थित टोला बस्ती पहुंच गया और सुनसान जगह पर कार रोक कर अपने दोस्तों का इंतजार करने लगा। जैसे ही उसके दोस्त वहां पहुंचे शुभम अपने बेटे को लेकर कार से उतर गया और तीनों दोस्त कार में सवार हो गए जहां उन्होंने एक गमछे से रेशमा का गला घोट कर उसकी हत्या कर दी। इस वारदात को अंजाम देने के बाद शुभम पत्नी का शव कार में ही लेकर दोस्तों के साथ मदर टेरेसा पहुंचा जहां भोला नगर में उसने कार रोकी और फिर पत्थर से कांच तोड़े।

इस दौरान उसने खुद को बचाने के लिए दोस्तों की मदद से खुद के सिर पर भी पत्थर से वार करवाया। इसके बाद शुभम के तीनों दोस्त उनके मोबाइल पर्स और बाकी कीमती सामान लेकर ऑटो से फरार हो गए। पत्नी के शव को कार में लेकर शुभम अपनी ससुराल पहुंचा और फिर वहां से अस्पताल लेकर गया जहां परिजनों ने पुलिस को सूचना देकर यह पूरी कहानी लूट की बताई। बहरहाल शुभम और उसके दोस्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।