इंदौर: मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया. यहां एक भाई (Brother) ने अपने भाई के नाम पर कई सालों तक सरकारी नौकरी की और भाई को इस बात की भनक भी नहीं लगी. वहीं सालों बाद भतीजे ने भी जब यही करने का प्रयास किया तब कहीं जाकर जालसाजी से पर्दा उठा. फिलहाल जांच चल रही है.

किसी के एडमिट कार्ड पर किसी और को पेपर देते तो आपने कई बार सुना होगा, लेकिन क्या कभी आपने सुना है कि किसी ने किसी और के नाम पर सरकारी नौकरी की वह भी सालों-साल… मामला अजीब है लेकिन सच है. ये मामला है मध्य प्रदेश के इंदौर का जहां एक भाई ने अपने ही भाई के नाम का इस्तेमाल करके सालों तक पुलिस विभाग के पुलिसकर्मी की नौकरी की. मामला भी तब खुला जब भाई की मौत हो गई.

भाई के नाम पर ली सरकारी नौकरी
कैलाश और हीरालाल धार में रहते थे. दोनों सगे भाई हैं. कैलाश अपने परिवार के साथ सब्जी का व्यापार करने लगा और इंदौर में ही रहने लगा, लेकिन धार में कैलाश के भाई हीरालाल ने भाई के दस्तावेज लगाकर पुलिस विभाग में नौकरी हासिल कर ली. वह फर्जी दस्तावेज दिखाकर कई सालों तक नौकरी करता रहा. कमाल की बात है कि किसी को भी इस बात की खबर नहीं हुई. फिर आया साल 2023 और हीरालाल की मौत हो गई. लेकिन सरकारी दस्तावेजों में कैलाश का नाम चढ़ा हुआ था.

बेटे भी चाहते थे फर्जी नौकरी पाना
मामला तब खुला जब हीरालाल के दोनों बेटे अनुकंपा नियुक्ति की चाहत लिए काका के दरवाजे आए. उन्होंने अपने काका कैलाश से दस्तावेजों पर साइन मांगा तब कैलाश को पता लगा की उसके अपने भाई ने उसके नाम से सरकारी नौकरी हासिल की थी और सालों-साल काम भी करता रहा. इस पूरे मामले में पुलिस विभाग में अधिवक्ता के माध्यम से शिकायती आवेदन दिया है जिसमें बताया गया है कि फर्जी मृत्यु प्रमाण से लेकर हीरालाल की मौत की तस्वीर में कैलाश का नाम लिखकर लोगों में भ्रामक जानकारी फैलाई गई फिलहाल पुलिस पूरे मामले में जांच में जुटी है.