भोपाल  मध्य प्रदेश में जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं, वैसे-वैसे राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहीं. नए घटनाक्रम में भोपाल के बाजारों में पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के पोस्टर लगाए गए हैं. इनमें उन्हें वॉन्टेड बताया गया है. इन पोस्टर में स्कैनर भी दिया गया है. इसमें लिखा है कि 15 माह के घोटाले देखने के लिए मोबाइल से स्कैनर को स्कैन करें. पोस्टर में लिखा है कि 15 माह की सरकार में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने किए घोटाले किए हैं. फिलहाल यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि यह पोस्टर किसने चिपकाए हैं.

दूसरी ओर, इन पोस्टर लगाने को कांग्रेस ने बीजेपी की चाल बताया है. कांग्रेस मीडिया विभाग अध्यक्ष केके मिश्रा ने कहा कि इस पोस्टर अभियान की हमें चिंता नहीं है. क्योंकि, कमलनाथ जनता के दिलों में हैं. बीजेपी मुद्दों से भटकाने के लिए इस तरह के कृत्य कर रही है. मिश्रा ने बीजेपी को चेतावनी भी दी है. उन्होंने कहा है कि यदि बीजेपी डर्टी पॉलिटिक्स पर आई तो हमारे पास भी भ्रष्टाचार के प्रमाणिक तथ्य हैं.

इस नई मुसीबत से घिर गईं बीजेपी-कांग्रेस
विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और बीजेपी के बीच चल रही घमासान के बीच एक और परेशानी राजनीतिक पार्टियों के सामने खड़ी हो गई है. पार्टियां विरोधियों के निपटने के बजाए अपनों को साधने में लगी हुई हैं. कांग्रेस और बीजेपी ऊपर से भले ही ये दिखाने की कोशिश करें कि पार्टी में सब ठीक है, लेकिन हकीकत यह है कि उनके अंदर का असंतोष पार्टी के लिए बड़ी मुसीबत बन गया है. कांग्रेस के अंदर इन दिनों जमकर घमासान मचा हुआ है. बीते दिनों अलग-अलग इलाकों की घटनाएं बताती हैं कि कांग्रेस में एकजुटता की बात सिर्फ ऊपरी है. एकजुटता का पढ़ाया जा रहा पाठ नेताओं के गले ही नहीं उतर रहा है.

कांग्रेस का यह है हाल
खंडवा में विधानसभा चुनाव की रणनीति को लेकर ऑब्जर्वर के सामने ही कांग्रेसी बेकाबू हो गए और एक दूसरे पर कुर्सी पर फेंकते हुए नजर आए.अशोक नगर -शहर अध्यक्ष का माइक उपाध्यक्ष ने छीन लिया और देख लेने की धमकी दी. धार्मिक नगरी उज्जैन में टिकट वितरण को लेकर वायरल हुआ ऑडियो पार्टी में सनसनी फैलाने के लिए काफी रहा. आलम यह रहा शहर अध्यक्ष को अपनी कुर्सी गंवाना पड़ी.

बीजेपी की बढ़ रहीं अंदरूनी मुश्किलें
कटनी से बीजेपी के पूर्व विधायक ने पार्टी छोड़ने का ऐलान कर दिया है. गुना में भी सिंधिया बीजेपी और पुरानी बीजेपी के बीच का विवाद निकल कर सामने आया है. प्रदेश के मंत्री महेंद्र सिंह सिसोदिया के खिलाफ बीजेपी के विधायक खरी-खोटी सुनाने में कसर नहीं छोड़ रहे. हालांकि बीजेपी पार्टी के अंदर ऑल इज वेल बता रही है. बीजेपी प्रवक्ता राजपाल सिंह सिसोदिया का कहना है कांग्रेस कन्फ्यूजन के दौर से गुजर रही है और कमलनाथ के नेतृत्व में हालात ठीक नहीं हैं.