उदयपुर: दुनिया के हर मां-बाप अपने बच्चे को काफी नाजों से पालते हैं. मां बच्चे को अपने गर्भ में नौ महीने पालती है. पिता उसकी जरुरत की हर चीज का ध्यान रखता है. बच्चे की छोटी-बड़ी सारी जरूरतों को पूरा करने में ही मां-बाप की ताउम्र गुजर जाती है. लेकिन कुछ बच्चे इतने त्याग के बाद मां-बाप का दिल दुखा देते हैं. राजस्थान के उदयपुर में एक बेटी ने जब चंद महीनों के प्रेमी के लिए अपने मां-बाप को पहचानने से इंकार कर दिया, तो पेरेंट्स के लिए इस बात को मान पाना मुश्किल हो गया.

बेटी ने घर से भागकर अपने प्रेमी के साथ शादी कर ली. जब पेरेंट्स ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई, तब पुलिस ने बेटी को प्रेमी के साथ पकड़ लिया. घर वापस लाए जाने के दौरान बेटी ने अपने मां-बाप के साथ जाने से मना कर दिया और अपने प्रेमी के साथ रहने का फैसला सुनाया. इस बात से आहत पिता ने अपनी जिंदा बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया. इसके बाद हिंदू धर्म के अनुसार सिर मुंडवाया और ब्राह्मणों को भोज करवाया.

मामला सायरा क्षेत्र के एक गांव का है. यहां रहने वाले एक पिता ने अपनी जिंदा बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया. पिता ने बाकायदा शोक पत्र छपवाया. इसमें उसने लिखवाया कि उनकी बेटी ने अपनी मर्जी से भागकर शादी की है. इस कारण अब उनका बेटी से कोई रिश्ता नहीं है. उनके लिए बेटी मर चुकी है. परिवार ने ये शोक-पत्र गांव भर में बांट दिया और लोगों को भोज में आमंत्रित किया.

शख्स की बेटी को अपने घर के पास रहने वाले एक युवक से प्यार हो गया था. दोनों घर से भाग गया. इसके बाद उन्होंने शादी कर ली. पिता ने अपनी बेटी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. जब पुलिस बेटी को लेकर आई तो उसने अपने पिता को पहचानने से इंकार कर दिया. दुखी पिता ने इसके बाद अपनी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया. अंतिम भोज में कई लोग शामिल हुए और परिवार को सांत्वना दी.