भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ और उनके बेटे नकुलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की चर्चा जारी है. रविवार को शाम में दोनों ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं. इस बीच सूत्रों के मुताबिक कमलनाथ और नकुलनाथ की बीजेपी जॉइनिंग को लेकर जो बातचीत चल रही है, उसमें यह भी चर्चा का मुद्दा ये भी है कि आगामी लोकसभा चुनाव में उनके परिवार से कौन चुनावी मैदान में उतर सकता है. सूत्रों के मुताबिक इस चर्चा में उनके बेटे नकुलनाथ या उनकी बहू को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाने की बात हो रही है.

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ के अपने बेटे और छिंदवाड़ा सांसद नकुलनाथ के साथ बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. बताया जा रहा है कि कमलनाथ दिल्ली में हैं और कथित तौर पर बीजेपी नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं. इस बीच मध्य प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने इन खबरों को खारिज कर दिया और दावा किया कि कमलनाथ जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के वक्त से ही पार्टी का अहम हिस्सा हैं और वो कभी कांग्रेस नहीं छोड़ सकते हैं.

मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा- ”पहली बार जब कमलनाथ ने चुनाव लड़ा था, तब इंदिरा गांधी ने कहा था कि कमलनाथ उनके तीसरे बेटे हैं. कमलनाथ के 45 साल के राजनीतिक सफर में, हमारे अच्छे और बुरे दोनों समय में वह हमारे साथ काम करते रहे हैं. मुझे अभी भी याद है जब सिंधिया ने प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिरा दिया था, सभी कांग्रेस कार्यकर्ता कमलनाथ के नेतृत्व और विचारधारा के साथ खड़े थे. ये जो अटकलें लगाई जा रही हैं वो निराधार हैं.”

उधर, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कमलनाथ के बीजेपी में जाने की अटकलों को लेकर मीडिया पर ही सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा- ”आप लोग जब तक सनसनीखेज खबरें नहीं देंगे तो कौन देखेगा? उनकी कल रात कमलनाथ से बात हुई थी. वो छिंदवाड़ा में हैं और जिस व्यक्ति ने अपने सियासी जीवन की शुरुआत नेहरू-गांधी परिवार के साथ की हो, उस आदमी से कोई उम्मीद नहीं कर सकता है कि वो कांग्रेस को छोड़कर जाएगा.”

मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा ने शनिवार को कहा कि कांग्रेस ने श्रीराम लला का अपमान किया है. शर्मा ने दावा किया कि कई नेता सबसे पुरानी पार्टी की ओर से अयोध्या में राम लला के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के निमंत्रण को अस्वीकार करने से नाराज थे. उन्होंने कहा कि जो लोग भी देश और समाज के हित में काम करना चाहते हैं उनका बीजेपी में स्वागत है.

गौरतलब है कि कांग्रेस ने पिछले साल नवंबर-दिसंबर में मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनावों में कमलनाथ को मुख्यमंत्री का फेस बनाया था. इसके बाद अचानक उन्हें मध्य प्रदेश अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. बताया जाता है कि उन्होंने पार्टी के कार्यक्रमों से भी दूरी बना ली और अब उनके बीजेपी में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में हार का ठीकरा कमलनाथ पर फोड़ दिया था. जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश की राजनीति में मची हलचल के बीच प्रदेश कांग्रेस ने भी अपने नेताओं, विधायकों और पार्टी के पदाधिकारियों से संपर्क किया है.