भोपाल। प्रदेश में आदिवासी बहुल 20 जिलों की शैक्षणिक संस्थाओं, आश्रम-छात्रावास में आदिवासी विद्यार्थियों की सुविधा एवं प्रसाधन के लिये 13 करोड़ की मंजूरी आदिम-जाति कल्याण विभाग द्वारा दी गई है। आयुक्त आदिम-जाति कल्याण श्री उमाकांत उमराव ने विभाग के जिला अधिकारियों को इन कार्यों को गुणवत्ता के साथ समय पर पूरा किये जाने के निर्देश भी दिए हैं। राज्य में आदिम-जाति कल्याण विभाग द्वारा 18 हजार 561 प्राथमिक, माध्यमिक, हाई एवं हायर सेकेण्डरी स्कूल के साथ आश्रम एवं छात्रावास संचालित किये जा रहे हैं। विभाग द्वारा इसके अलावा कन्या शिक्षा परिसर, एकलव्य आदर्श विद्यालय भी संचालित किये जा रहे हैं। इन संस्थानों में 20 लाख से अधिक आदिवासी विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
विभाग द्वारा बालाघाट की 62 हाई स्कूल के लिये 52 लाख 50 हजार, धार के लिये 21 लाख 80 हजार, डिंडोरी के लिये 82 लाख 30 हजार, खण्डवा के लिये 65 लाख 50 हजार, खरगोन के लिये 1 करोड़ 62 लाख, सिवनी के लिये 12 लाख 80 हजार, झाबुआ के लिये 75 लाख, इंदौर के लिये 50 लाख 40 हजार, बड़वानी के लिये 3 करोड़ 6 लाख, मण्डला के लिये 1 करोड़ 40 लाख, सीहोर के लिये 25 लाख, छिंदवाड़ा के लिये 1 करोड़ 15 लाख, होशंगाबाद के लिये 1 करोड़ 14 लाख, अनूपपुर के लिये 33 लाख रुपये की राशि मंजूर की गई हैं। इसी तरह नरसिंहपुर के लिये 8 लाख 70 हजार, कटनी के लिये 12 लाख 60 हजार, श्योपुर के लिये 11 लाख 65 हजार, गुना के लिये 4 लाख 50 हजार, देवास के लिये 5 लाख 90 हजार एवं अशोकनगर के लिये डेढ़ लाख रुपये की राशि मंजूर की गई है। स्वीकृत राशि से आदिवासी शैक्षणिक संस्थाओं में स्नानागार, शौचालय की मरम्मत के साथ आवश्यकतानुसार नवीन सुलभ सुविधाओं का भी निर्माण करवाया जायेगा।