ग्वालियर। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जीवन का लक्ष्य मोक्ष है और ‘कला’ मोक्ष प्राप्ति का साधन है। उन्होंने यह बात आज ग्वालियर व्यापार मेला प्रांगण में सरस्वती विद्या प्रतिष्ठान मध्यप्रदेश के रजत जयंती वर्ष के समापन अवसर पर तीन दिवसीय ‘‘शिवोत्सव’’ कला पर्व के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता क्षेत्रीय सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने की।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि नवीन पीढ़ी में संस्कार और संस्कृति के संरक्षण का अदभुत कार्य विद्या भारती संस्था द्वारा सम्पूर्ण देश में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती द्वारा भारतीय परम्पराओं और विचारधाराओं पर आधारित सरस्वती विद्या मंदिर का संचालन किया जा रहा है। इन विद्यालयों में प्रदत्त शिक्षा के माध्यम से युवा पीढ़ी में जीवन जीने की कला का विकास संभव हो रहा है। उन्होंने कहा कि समाज को जाग्रत करने तथा युवाओं में राष्ट्रीयता के विकास के लिए युवा पीढ़ी का मार्गदर्शन किया जाना आवश्यक है। यह कार्य विद्या भारती द्वारा किया जा रहा है।

‘‘शिवोत्सव’’ के शुभारंभ अवसर पर सरस्वती शिशु मंदिर नदी गेट ग्वालियर के बालक-बालिकाओं द्वारा ‘‘बेटी है तो कल है’’ विषय पर प्रस्तुत नृत्य व लघु नाटिका की मार्मिक प्रस्तुति से आत्म-विभोर होते हुए मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बेटी बचाओ का जो बीड़ा उठाया गया है उसे जन आन्दोलन का स्वरूप दिया जायेगा। इसके लिये वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई की जयंती 19 नवम्बर 2012 से राजमाता विजया राजे सिंधिया की जयंती 11 अक्टूबर 2013 तक संकल्प वर्ष के रूप में मनाया जायेगा, जिससे गर्भ में बेटियों की हत्या न होने पाए। यह संकल्प प्रदेश के हर नागरिक को दिलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस अभियान का शुभारंभ भी ग्वालियर से किया जायेगा। श्री चौहान ने कहा कि बेटी के बिना समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है।

सांसद श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया ने कहा कि विद्या भारती द्वारा देश की संस्कृति के संरक्षण का महत्पूर्ण कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार द्वारा बेटी बचाओ को आन्दोलन का स्वरूप दिया गया है। बेटियाँ हमारी संस्कृति और कला की पोषक है, उनके बिना सुसंस्कृत और संस्कारवान समाज की कल्पना नहीं की जा सकती है।

विद्या भारती के राष्ट्रीय मंत्री श्री श्रीराम अरावकर ने शिवोत्सव कला पर्व 2012 के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से कला का विकास करना है। कला समाज को जाग्रत करने का कार्य करती है। उन्होंने बताया कि 26 से 28 अक्टूबर 2012 तक चलने वाले शिवोत्सव में मध्यक्षेत्र के समस्त सरस्वती शिशु मंदिर के 6 हजार विद्यार्थी भारतीय संस्कृति पर आधारित विभिन्न कार्यक्रम की प्रस्तुति देंगे। इस कार्यक्रम में कला की प्रत्येक विद्या, गीत, नाटक, नृत्य को सम्मिलित किया गया है।

इस अवसर पर लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री अनूप मिश्रा, विद्या भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गोविन्द शर्मा, विद्या भारती के मध्यक्षेत्र के मार्गदर्शक श्री रोशन लाल सक्सैना, संस्थापक अध्यक्ष प्रो. कप्तान सिंह सोलंकी, महापौर श्रीमती समीक्षा गुप्ता, राज्यसभा सांसद श्रीमती माया सिंह, राज्यसभा सांसद श्री प्रभात झा, राष्ट्रीय महासचिव व मुरैना के सांसद श्री नरेन्द्र सिंह तोमर सहित अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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