भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर प्रदेश के सभी 230 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में बेस लाईन सर्वे करवाया जायेगा। प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम 50 और अधिक से अधिक 75 मतदाताओं का बेस लाईन सर्वे होगा। सर्वे करवाने के लिये आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय को नोडल एजेंसी बनाया गया है। यह निर्णय हाल में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में एक बैठक में लिया गया। बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री एस.एस. बंसल तथा आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय के अधिकारी उपस्थित थे।

बेस लाईन सर्वे के लिए प्रत्येक विधानसभा में मतदान केन्द्रों का चयन एट रेण्डम आधार पर किया जायेगा। जिला सांख्यिकी अधिकारी 10-10 मतदान केन्द्र का चयन करेंगे। इन मतदान केन्द्रों की मतदाता-सूची से 5 से 10 मतदाता का चयन एट रेण्डम किया जायेगा। ऐसे मतदाताओं के नाम प्रगणक (सर्वेयर) को दिये जायेंगे। प्रगणक उन मतदाताओं से सम्पर्क कर निर्धारित फार्म, प्रश्नावली भरवायेंगे। आर्थिक एवं सांख्यिकी संचालनालय प्रश्नावली का विश्लेषण कर अपना प्रतिवेदन 15 दिन में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के कार्यालय को प्रस्तुत करेगा। प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री जयदीप गोविंद ने नागरिकों से सर्वेयर को जानकारी देकर बेस लाईन सर्वे में बहुमूल्य सहयोग देने की अपील की है।

उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग विगत 3 वर्ष से मतदाताओं के ज्ञान, व्यवहार एवं क्रियाकलापों की जानकारी प्राप्त करने के लिये एक सर्वे करवाता आ रहा है। सर्वे का उद्देश्य पंजीकृत मतदाताओं का निर्वाचन प्रक्रिया में भाग लेने अथवा न लेने के संबंध में उनके विश्वास, तत्परता, सोच आदि की जानकारी प्राप्त करना है।

सर्वे जिन तथ्यों पर आधारित रहेगा, उसमें मतदाताओं की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया के प्रति जागरूकता, समझ, भागीदारी एवं संतुष्टि के स्तर का ज्ञान, मतदाताओं के पंजीकृत होने के लिये आगे न आने के कारण, विगत निर्वाचनों में कम मतदान के पीछे निहित कारणों को समझना शामिल है। इसके साथ ही मतदाता जागरूकता में विभिन्न संस्थाओं की भूमिका एवं प्रभाव का आकलन तथा अधिक रजिस्ट्रेशन एवं अधिक मतदान के लिये आवश्यक उपाय तलाशना जैसे बिन्दु भी सर्वे में शामिल होंगे।

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