नई दिल्ली: श्रद्धा वालकर की हड्डियों की ऑटोप्सी रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. श्रद्धा की रिपोर्ट में पता चला है कि आरी से उसके शरीर के 35 टुकड़े किसी चीज़ की तरह किए गए हैं. दिल्ली पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. श्रद्धा की उसके लिव-इन पार्टनर आफताब अमीन पूनावाला ने कथित तौर पर हत्या कर शरीर के टुकड़े कर दिए थे. 4 जनवरी को पुलिस ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली के मेहरौली के जंगल से बरामद हुए बाल और हड्डी के अवशेष श्रद्धा के ही थे.

दिल्ली पुलिस ने कहा कि महरौली के वन क्षेत्र में पाए गए सैंपल्स की माइटोकॉन्ड्रियल डीएनए रिपोर्ट और हैदराबाद में सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग डायग्नोस्टिक (CDFD) में टेस्टिंग के लिए भेजी गई थी जो कि श्रद्धा के पिता और भाई के साथ मेल खाती है. इस मामले में हालिया घटनाक्रम को बेहद अहम माना जा रहा है क्योंकि इससे पुलिस को आफताब के खिलाफ चार्जशीट दायर करने में मदद मिलेगी. पहले पुलिस ने श्रद्धा के शरीर को काटने का वैज्ञानिक प्रमाण न होने को लेकर चिंता जाहिर की थी, क्योंकि शरीर के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल किए गए हथियार को लेकर कोई जानकारी मिली थी.

हालांकि, ऐसा एम्स दिल्ली के श्रद्धा की हड्डी के नमूनों की अपनी ऑटोप्सी रिपोर्ट जारी करने से पहले था. पुलिस अब श्रद्धा के 50 से अधिक दोस्तों सहित अन्य गवाहों के रिकॉर्ड किए गए 164 बयानों के साथ आरोपी आफताब के खिलाफ साकेत कोर्ट में चार्जशीट दायर करने के लिए तैयार है. पुलिस ने कहा कि एम्स दिल्ली में डॉक्टरों ने जिन हड्डियों की जांच की उनके कोनों पर ‘बेहद पतली लकीरें’ पाईं, जिससे पता चलता है कि श्रद्धा शरीर को आरी जैसी नुकीली चीज से काटा गया था.

ऐसा आरोप है कि श्रद्धा के शरीर को काटने के बाद, आफताब ने अगले 18 दिनों में रात के समय दिल्ली और आसपास की विभिन्न जगहों पर अवशेषों का खात्मा करने से उसके शरीर के कटे हुए टुकड़ों को रखने के लिए एक रेफ्रिजरेटर खरीदा था. इससे पहले पुलिस ने आफताब पर सवालों के भ्रामक जवाब देने का आरोप लगाया था.

शुरुआती जांच के दौरान, श्रद्धा की आखिरी ठिकाना दिल्ली में पाया गया था जिसके बाद मामला दिल्ली पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया था. श्रद्धा के पिता ने इस मामले में ‘लव जिहाद’ एंगल होने का दावा किया था. जांच के दौरान, यह पाया गया कि आफताब और श्रद्धा छतरपुर पहाड़ी इलाके में एक किराए के अपार्टमेंट में रहते थे. पुलिस ने अपनी जांच के दौरान आफताब का पता लगाया और उसे गिरफ्तार कर लिया.